10
posts
बेटियाँ विदा हो जाती हैं तो, पर छोड़ जाती हैं अपने मन को बाबुल की देहरी पे ही ( मन उनका सिसकता पड़ा रह जाता है बाबुल की देहरी पे)
Faza Saaz
एक बावली सी लड़की
Faza Saaz
हर पल रंग बदलती ज़िंदगी
Faza Saaz
फिल्हाल विचाराधीन है
Faza Saaz
अधूरी चाहत
Faza Saaz
कल शाम जो मैं टहल रही थी
Faza Saaz
तो क्या हुआ
Faza Saaz
रहने वाली वो परी थी ख़्वाबों के शहर में
Faza Saaz
ऐसा नहीं है कि मैं तुम को भूल जाती हूँ
Faza Saaz
It's not that I forget you
Faza Saaz