कुं नरपतसिंह पिपराली(कुं नादान) Language: Hindi 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कुं नरपतसिंह पिपराली(कुं नादान) 1 Feb 2019 · 1 min read !! कहाँ सादगी हैं पसन्द जमाने को !! कहाँ पसन्द है सादगी जमाने को क्यों सवाल करते हो?? सोने की सुराही में भर घड़े का पानी क्यो बवाल करते हो?? कहाँ पसन्द है सादगी............ सादगी तो गंवार है... Hindi · कविता 1 1 442 Share कुं नरपतसिंह पिपराली(कुं नादान) 3 Dec 2018 · 1 min read "अपनों की बर्बादियों का जश्न" !!अपनों की बर्बादियों का जश्न !! ============================ अपनों की बर्बादियों का जश्न, आज फिर मनाते है चलो! अपनों के लहू से लिखी दास्तां, आज फिर सुनाते है चलो!! सदियों की... Hindi · कविता 233 Share कुं नरपतसिंह पिपराली(कुं नादान) 1 Dec 2018 · 1 min read "ममता ओर मर्यादा माता" !!ममता ओर मर्यादा माता!! ममता ओर मर्यादा माता, जीत जीवन सादा माता। दीपक जैसे जलकर के, हर लेती हर बाधा माता।। ममता ओर मर्यादा माता…..……………………………(१) उठ प्रभाती सबसे पहले, तम... Hindi · कविता 2 1 472 Share