Kunal Prashant Tag: मुक्तक 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kunal Prashant 2 Jul 2023 · 1 min read एक शाम ठहर कर देखा एक शाम ठहर कर देखा, समा की खूबसूरती, जैसे तुम्हारी यादें मसरूफ़ियत के बाद रही है। सब जस के तस, चाँद, पेड़, तालाब, आसमान, साल हो गए, पर देखो तुम्हारा... Hindi · कविता · मुक्तक 1 136 Share Kunal Prashant 12 Jun 2023 · 1 min read एक पूरी सभ्यता बनाई है एक पूरी सभ्यता बनाई है, तुम्हारे नाम, हर एक रास्ता, तुम्हारें ख्यालों की तमाम यात्राएं है। हर वह जगह इमारतें बनाई, जहाँ भी तुम्हें पाया, बिल्कुल मन की तरह बनाई... Hindi · कविता · मुक्तक 136 Share Kunal Prashant 31 May 2023 · 1 min read पुनर्जन्म मैं जो हूँ पुनर्जन्म लेता नहीं, जो कुछ भी लिखता हूँ वो सब करता नहीं। शोषण होते देख काश! मुँह फेरता नहीं, हां, मैं जो हूँ कुछ करता नहीं। उस... Hindi · कविता · मुक्तक 135 Share