Naveen Kumar Tag: कविता 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Naveen Kumar 5 Jun 2022 · 1 min read आओ मिलके पेड़ लगाए ! आओ मिलके पेड़ लगाए आओ मिलके पेड़ लगाए पर्यावरण को सुंदर बनाए सुंदर भविष्य की और कदम बढ़ाए ! आओ मिलके पेड़ लगाए ग्लोबल वार्मिंग को पूर्णता मिटाएं तिरंगे को... Hindi · कविता 4 2 1k Share Naveen Kumar 30 May 2022 · 1 min read मोर पंख मोर मोर मोर पंख सदा रहता मुरली वाले के संग जुड़े है इससे रोचक प्रसंग मुरली वाले का है यह अभिन्न अंग ! करो इससे प्रेम मुरली वाले का है... Hindi · कविता 2 2 271 Share Naveen Kumar 17 May 2022 · 1 min read घड़ी ⏲️घड़ी ⏲️ घड़ी ⏲️घड़ी ⏲️ बतलाती है ये वक्त धातुओं से बनी है सख्त हर जगह होती है इसकी आवश्यकता दौड़ या हो पर्वत हो चढ़ना चौबीस घंटे वक्त बताने का करती... Hindi · कविता 1 313 Share Naveen Kumar 17 May 2022 · 1 min read सुबाह सुबाह का यूं सूरज संग आना पत्तों की छांव और चिड़िया का चहचहाना ! मम्मी का मुझे डांट कर उठाना झूठ बोलकर पापा की खाट पर दुबारा सोजना ! मम्मी... Hindi · कविता 2 2 181 Share Naveen Kumar 8 May 2022 · 1 min read इस छुट्टी लाने खुद में बदलाव ! इस छुट्टी खुद को लेना है संभाल जलानी है इक बदलाव की अलाव करने है खुद में बदलाव ! इस छुट्टी करने है खुद में बदलाव सुलझाने है गणित के... Hindi · कविता 2 1 168 Share Naveen Kumar 4 May 2022 · 1 min read पितृ वंदन ! पितृ वंदन,पितृ वंदन हो जैसे लाल चंदन हर समस्या का निकलता है इससे हल हमेशा करता है मेहनत सफल ! पितृ वंदन,पितृ वंदन हर समस्या का यहां हाल काम होते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 5 260 Share Naveen Kumar 20 Apr 2022 · 1 min read मैं हूं अख़बार , मैं हूं अख़बार ! मैं हूं अख़बार , मैं हूं अख़बार ! नही जाता कभी खराब ! देता हूं सावधानी नही पीना तुम शराब ! मैं हूं अख़बार , मैं हूं अख़बार ! नही... Hindi · कविता 1 158 Share Naveen Kumar 22 Mar 2022 · 1 min read आए खुशियां झमाझम ! झमाझम आए सावन ! झमाझम आए बरसात ! अठखेलियाँ करे शिव पर्यावरण के साथ ! झमाझम आए बूंदे ! झमाझम आए बरसात ! अठखेलियाँ करे रिमझिम क्षितिज के साथ !... Hindi · कविता 2 501 Share Naveen Kumar 19 Feb 2022 · 1 min read वीर शिवाजी शिव का वो रूप था ! स्वराज का सारथी था ! दमनकारियो से वो लड़ा ! थर्राए मुगल ! बीजापुर ,था डरा ! जिसे पाकर धन्य हुई यह धरा !... Hindi · कविता 1 227 Share Naveen Kumar 19 Feb 2022 · 1 min read मातृभाषा हिंदी ! हिंदी है ,हम हिंदी हमारी शान है ! जनता का अभिमान है ! देश की ये शान है ! अगर है हम शिष्य अर्जुन ! तो ये हमारी/हमारे द्रोणाचार्य है... Hindi · कविता 2 266 Share Naveen Kumar 18 Feb 2022 · 1 min read शिक्षक एवं गुरु ! आप ही है ज्ञान के सागर ! ज्ञान के मानसरोवर ! प्रभु जगद -जगदीश्वर ! शिष्य के लिए परम पिता परमेश्वर ! आपने चलाए शिक्षा के फुंवारे ! आपने बहाई... Hindi · कविता 2 4 242 Share Naveen Kumar 5 Feb 2022 · 1 min read सबसे सुंदर होते वन ! सबसे सुंदर होते वन,सबसे सुंदर होते वन! करो कभी इनका गमन ! करने से वन गमन ,खिल उठते है , तन में प्राण ! करने से वन गमन ,शरीर होता... Hindi · कविता 2 3 311 Share Naveen Kumar 5 Feb 2022 · 1 min read जल से जलेबी जल से मिठास ! सर -सर करके उड़ते पंछी गा -गा करके गरजता गगन ड -ड करके डोलती धरती वन की सुंदरता में बोलती धरती ! सर -सर कर के बहती नदी जल से... Hindi · कविता 1 240 Share