Writer_ermkumar Tag: कविता 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Writer_ermkumar 20 Dec 2022 · 1 min read ख्वाब सुबह शाम सबेरे नित्य नयन तुम्हारे मुझको देखे प्यार से ऐसा ही मेरा मन विचारे चाहत की इस गहराई को कभी तू भी तो पुकारे पा लू तुझको हक्कीकत में... Hindi · कविता 1 167 Share Writer_ermkumar 3 Oct 2022 · 1 min read अब वो किसी और से इश्क़ लड़ाती हैं रिश्तों की बात कहाँ से करे वो बिल्कुल भी नहीं समझती हैं कहने को मेरी पत्नी कहलाती हैं अब वो किसी और से इश्क लड़ती हैं अवैध संबंध बनाने से... Hindi · कविता 1 263 Share Writer_ermkumar 25 Jul 2022 · 1 min read इश्क़ दुबारा भी होता हैं क्या कि इश्क दुबारा भी होता है क्या गर होता है तो, वो इश्क होता हैं क्या जो साथ छोड़कर चले गए, वो कौन था जो है ही नहीं, वो भी... Hindi · कविता · शेर 4 4 778 Share Writer_ermkumar 19 Jul 2022 · 1 min read हम भी आधी आबादी हैं क्यों करते हो भेदभाव इतना हमारी भी संवेदनाएं है पुरूष हूँ मैं, मेरा जीवन सीधी- सादी है हम भी आधी आबादी हैं बचपन से ना रोने दिया लड़का हो तुम,... Hindi · कविता 1 125 Share Writer_ermkumar 13 Jul 2022 · 1 min read ऐ सावन तू आएगा क्या सुनो ज़रा मेरे दिल के अरमानों को इस बार भी अधूरा कर जाएगा क्या आरजू थी उनके साथ के पुराने दिनों की फिर से उसी रूप में, ऐ सावन तू... Hindi · कविता 2 2 347 Share Writer_ermkumar 13 Apr 2022 · 1 min read जलियांवाला बाग चारदीवारी एक बाग था हमारे शहर में मशवरा कर रहे थे, जो कठिनाइयां थी हमारे सफर में एक कानून आया था बहुत ही काला जिसने हमारे बेगुनाहों को जेल में... Hindi · कविता 1 136 Share Writer_ermkumar 2 Apr 2022 · 1 min read पत्थर और तुम है अडिग, है कठोर बेवजह क्यों बने हो बोझ हट जाओ अब रास्ते से पत्थर और तुम राह में, जिंदगी में हो तुम ठोकर तुम क्या जानो अपनो को खोकर... Hindi · कविता 1 414 Share Writer_ermkumar 29 Mar 2022 · 2 min read पत्थर सा मजबूत था मैं जाने क्यों रेत सा बिख़र गया ये एक अधूरी है मोहब्बत की कहानी सुनो आज ये मेरी जुबानी मेरा भी पहला प्यार अधूरा रह गया पत्थर सा मजबूत था मैं जाने क्यों रेत सा बिख़र गया... Hindi · कविता 2 2 269 Share Writer_ermkumar 29 Mar 2022 · 1 min read सौंदर्य प्रियतमा की सुब्ह लिखूं, शाम लिखूं जी चाहता हैं बेआराम लिखूं तेरे सर से पांव तक तुझे पूरी क़ायनात लिखूं मद्धम- मद्धम पग वाली हिरणी सी तेरी चाल लिखूं तेरे गोरे गोरे... Hindi · कविता 3 4 320 Share