Utsav Kumar Aarya 116 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Utsav Kumar Aarya 6 Feb 2022 · 1 min read मेरा प्यारा भारत देश सब देशों में निराला देश, मेरा प्यारा भारत देश । इसकी मिट्टी के कण-कण में, आतीं सोंधी-सी सुगंध, हरा भरा मैदानों वाला, वीरों की गाथाओं वाला, मेरा प्यारा भारत देश।... Hindi · कविता 3 1 1k Share Utsav Kumar Aarya 1 Jun 2022 · 1 min read परशुराम कर्ण संवाद राजवंशी सूर्य अंगज कर्ण कुंती अंगज होकर भी राधा को धात्री बतलाते हो सुत अंगज कहलाते हो। तू अश्रद्धालु,जलीय, कपटी ब्राह्मण का बाना धारण कर दग से खर बनाकर हमको... Hindi · कविता 2 1 1k Share Utsav Kumar Aarya 22 May 2022 · 1 min read जल की अहमियत जल ही जीवन है इसके बिना ना कोय रह सकता जीवित है जल का महत्व समझ हमें ना इसे व्यर्थ करना होगा। प्यास लगने पर जब न मिलता है जल... Hindi · कविता 3 1k Share Utsav Kumar Aarya 22 Jun 2022 · 1 min read भारतवर्ष जहॉं के ऐसे अनमोल विचार , रंग-रुप,जाति-धर्म का न भेदभाव , जहॉं के चार महान क्रांतिकारी , बापू , नेहरू , शास्त्री ,कलाम , वो है भारतवर्ष हमारा। भारत मॉं... Hindi · कविता 1 771 Share Utsav Kumar Aarya 5 Jun 2022 · 1 min read आओ मिलकर वृक्ष लगाएँ आओ मिलकर वृक्ष लगाएँ , रत्नगर्भा को हरा भरा बनाएँ , फिर से कलित झाँकी सजाएँ , धरा को नव मुखाकृति दिलाएँ , पतझड़ वन को वसंत बनाएँ , आओ... Hindi · कविता 5 3 666 Share Utsav Kumar Aarya 22 Jun 2022 · 1 min read भ्राता - भ्राता भ्राता की ग्रीवा कटतीं , भ्राता के कृपाणों से , भ्राता की जान मुरीदीं , भ्राता के नजरानों से। आलय का गुप्तचर आलय ढ़ाये , रावण और विभीषण द्वय भ्राता... Hindi · कविता 2 580 Share Utsav Kumar Aarya 1 Feb 2022 · 1 min read दोस्ती (काव्य) दोस्ती कड़वाहट से प्रारंभ हो तो चलती है अंत तक, लेकिन दोस्ती किसी मुनाफे से प्रारंभ हो तो चलती है न अंत तक। दोस्ती एक अनमोल रत्न है, जिसे न... Hindi · कविता 2 471 Share Utsav Kumar Aarya 12 Mar 2022 · 1 min read तिरंगा हमारा प्यारा ध्वज हैतिरंगा, भारत की शान है तिरंगा, भारत की पहचान है तिरंगा, हमारा सम्मान है तिरंगा। वीरों ने अपने प्राणों को दाव लगाकर, बचाया ध्वज का सम्मान, वक्त... Hindi · कविता 445 Share Utsav Kumar Aarya 5 Feb 2022 · 1 min read बचपन की यादें जब ना हो पढ़ाई की परवाह, निश्चित ना उस वक्त खाने का, जब ना देना पड़े कोई भी अंजाम, जब किया करते थे मनमानी, जब दूध पीने को मिलते थे... Hindi · कविता 2 451 Share Utsav Kumar Aarya 2 Aug 2022 · 1 min read गलत का परिणाम, गलत करने वालों का , होता सदैव गलत है , इनकी आत्मा को ना , कभी सम्प्राप्ति चैन है। गलत करने वाले मनुज , होते यहाँ संख्यातीत है , तभी... Hindi · कविता 2 504 Share Utsav Kumar Aarya 30 Jan 2022 · 1 min read जल संरक्षित (काव्य) जीवन का नींव जल है, जल बिना न उत्तम कल है, बिना जल मरना पल-पल है, बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है। बिना जल कोई भी प्राणवान, अंध पाए न वसुधा... Hindi · कविता 2 403 Share Utsav Kumar Aarya 1 Jun 2022 · 1 min read ईमानदारी बेईमानी से अर्जित करते, अमीर लोग काला धन, पर ईमानदारी से अर्जित करते, गरीब लोग सफेद धन। जग में अमीर बनने से ना सम्प्राप्ति आबरू है जग में ईमानदार बनने... Hindi · कविता 2 425 Share Utsav Kumar Aarya 13 Mar 2022 · 1 min read धोखा विधाता से वरदान स्वरूप मिला, एक अनोखा रुप है जिंदगी, जिंदगी में हमें धोखा, अपनों से ही मिलती है, न कि परायों से। धोखा हमें तभी मिलती है, जब हम... Hindi · कविता 413 Share Utsav Kumar Aarya 6 Jun 2022 · 1 min read माटी प्रकृति का एक संरचना है माटी, पृथ्वी पर जीवन जीने का, एक निराला नींव है माटी, चित्रकला का एक संरचना है माटी। इस पृथ्वी पर हुए, सभी युद्धों का दृढ़ता... Hindi · कविता 4 3 395 Share Utsav Kumar Aarya 31 May 2022 · 1 min read अपने मंजिल को पाऊँगा मैं एक निराट भरी पंथ में कॉंटे पुरोध थे हजार इस पंथ पर चलकर ही वेदना हजारों सहकर भी अपने मंजिल को पाऊँगा मैं। क्या हुआ मंजिल ना मिला? अघाकर विराजने... Hindi · कविता 2 418 Share Utsav Kumar Aarya 19 Mar 2022 · 1 min read वन संरक्षण पेड़ों से ही जीवन है, इसी से लेते हम साँस है, पुनीत वायु में साँस लेना है, तो वन संरक्षण करना होगा। विधाता की प्रतिभा है पेड़, प्राकृति की रूपलावण्य... Hindi · कविता 422 Share Utsav Kumar Aarya 19 Mar 2022 · 1 min read कलम कलम एकल आयुध है, जिस आयुध को चलाने में, बल की नहीं, पड़ती बुद्धि की गजल है। कलम एक साधारण-सा अवलोकन, परंतु जिसने समझा इसे साधारण, दुनिया में सबसे बड़ा... Hindi · कविता 404 Share Utsav Kumar Aarya 19 Mar 2022 · 1 min read बुलन्दी जिन्दगी एक परमेश्वर की प्रतिभा है, जो कि बहुत अनोखी है, जिन्दगी का यह सिद्धांत है कि, जिंदगी में कुछ लहना है, तो कुछ उड़ासना पड़ता है। जिन्दगी में बुलन्दी... Hindi · कविता 516 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read वायु वायु से ही जीवन है, वायु से ही इस धरा के, सभी प्राणी लेते हैं साँस, साँस हमे लेना है तो, वायु प्रदूषण कम करना होगा । मत करो प्रदूषित... Hindi · कविता 1 370 Share Utsav Kumar Aarya 13 Mar 2022 · 1 min read धोखेबाज इंसान मैं एक सुनसान वन में, भटक रहा इधर- उधर, तफतीश रहा मंजिल को, तंग हो गया वन से । तब मिला मुझे कोई, मंजिल तक पहुँचाने वाला, जिसने मुझे अरथाया... Hindi · कविता 400 Share Utsav Kumar Aarya 13 Mar 2022 · 1 min read होली भारत के सभी त्योहारों में, सबसे खास है होली, हमारी लबों के मुस्कुराहट का, एक अद्भुत दिन है होली। हिन्दु के प्रमुख त्योहारों में, एक अनोखा त्योहार है होली, बड़ों... Hindi · कविता 317 Share Utsav Kumar Aarya 19 Mar 2022 · 1 min read रिश्ता जिन्दगी में किसी रिश्ते को, बनाए रखना आत्म तत्व तक, तो इतना अकाट उँचाओ रिश्ते को, जिसे ना भाग्न सके कोई भी मानव। रिश्ता वह नहीं होता जो, जो भग्ने... Hindi · कविता 320 Share Utsav Kumar Aarya 3 Feb 2022 · 1 min read जिंदगी के पहलु (काव्य) व्यक्ति को अपने जीवन में, सफलता तभी मिलती है, जब वह जग को नहीं, स्वयं को भुनाना प्रारंभ करता है। स्वार्थ की दुनिया है, स्वार्थ का याराना, जिसे भी अवलोकन... Hindi · कविता 2 305 Share Utsav Kumar Aarya 16 Jul 2022 · 1 min read कुर्सी का खेल अतीत विगत समय बदला , कुछ न बदला तो वह है , रक्त रंजित कुर्सी का खेल , पहले सिंहासन तो अब कुर्सी । जालियावाला बाग जैसे हत्याकांड , इसी... Hindi · कविता 2 2 332 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read प्रतिस्पर्धा जीवन के हर मोड़ पर, प्रतिस्पर्धा तो निश्चित है, प्रतिस्पर्धा किए बगैर न, संप्राप्ति हमें सफलता है। दुनिया में किसी भी प्राणवान को, कुछ लहने के लिए, प्रतिस्पर्धा करनी पड़ती... Hindi · कविता 1 382 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read बदलाव जिंदगी में सदैव, बदलाव हमे करना होगा, अपनी मंदा प्रवृत्ति को त्याग, नोनी प्रवृत्ति को अंगीकारना होगा, तथा हम लह सकते हैं, जीवन में अपने लक्ष्य को। किसी भी व्यक्ति... Hindi · कविता 2 290 Share Utsav Kumar Aarya 18 Mar 2022 · 1 min read होली आई होली आई होली आई संयोग में हठात खुशियाँ लाई, वसंत मौसम के फाल्गुन मास में पूर्णिमा को मनाया जाता होली। होली से एक वासर पूर्व होता होलिका दहन है, इस... Hindi · कविता 307 Share Utsav Kumar Aarya 19 Mar 2022 · 1 min read ज़िद्दी जिद्दी होना सौम्य है, पर हर वार्ता पर, जिद्दी होना न सौम्य है, खता कर खता न, सकारने का ज़िद, ये जिद न सौम्य है। जिद्दी बनना है तो, अपने... Hindi · कविता 375 Share Utsav Kumar Aarya 26 May 2022 · 1 min read घड़ी घड़ी ही एकल जगत में , सबसे पृथक दिखता है , इसके मनोवृत्ति में नहीं , पीछे मुड़कर निहारना है। राजा रंक हो या फकीर , उद्विग्नता नहीं करता ये... Hindi · कविता 2 290 Share Utsav Kumar Aarya 5 Feb 2022 · 1 min read माँ सरस्वती भारती की देवी माँ सरस्वती, विद्या का भंडार माँ सरस्वती, संगीत की अधिष्ठात्री माँ सरस्वती, संक्रेंद्रण और ध्यान का प्रतीक माँ सरस्वती। जीवन में दूर कर अंधियारा, जीवन में उजियारा... Hindi · कविता 1 256 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read दरिद्रों पर दमन मॉंझ बाजार में हिंसा होती, पर कुकर्मी स्वतंत्र घूमता, क्योंकि नेता, वकील नहीं, होता वह दरिद्र मनुज है। दरिद्रों पर दमन होता, प्रशासन कुछ न करता, कब तक चलेगा यह... Hindi · कविता 295 Share Utsav Kumar Aarya 30 Jan 2022 · 1 min read बेटियाँ पापा की परी होती है बेटियाँ, माँ की लाडली होती है बेटियाँ, भाई का प्यारी होती है बेटियाँ, बहन की सखी होती है बेटियाँ। बेटियाँ तो झेल लेती है सभी... Hindi · कविता 2 255 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read जो आया, वो जाएगा इस विशालकाय लोक में , जो आया, वो जाएगा , पर मत त्रासों जाने से , जाना तो लिखित हमारा , जैसे आनंद से आये हो , वैसे आनंद से... Hindi · कविता 319 Share Utsav Kumar Aarya 27 May 2022 · 1 min read फास्ट फूड फास्ट फूड के प्रसारण ने स्थानीय व्यंजन को मिटाया है जिससे होती क्षय हमें फिर भी ललक उन्ही की है उसी को कहते हैं फास्ट फूड। खट्टा,मीठा,नमकीन,तीत से लोगों का... Hindi · कविता 2 1 268 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read माँ तू देवी हैं माँ तू देवी का स्वरूप है , मैं वंदता सदैव तुम्हे हूँ , तेरी चरणों में क्या है माँ , इसमें रहकर मैने यशस्वी लहया है। लला, अबूझ तनय है... Hindi · कविता 1 277 Share Utsav Kumar Aarya 18 Mar 2022 · 1 min read सपना सपना एक मनोहर नजारा है, जो प्रत्यक्ष होता समक्ष, बगैर किसी उद्यम के सपना कभी ना होता सच, इसको गढ़ना पड़ता सच। सपनों को सच निर्माने में, कितने प्राणी ने... Hindi · कविता 232 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read युद्ध सृष्टि के विनाश का, सबसे बड़ा सबब है युद्ध, महाभारत और रामायण का युद्ध, सबसे बड़ा दृढ़ता है, सृष्टि के विनाश का। युद्ध में फतह किसी की हो, वेदना तो... Hindi · कविता 1 225 Share Utsav Kumar Aarya 6 Aug 2022 · 1 min read परिस्थति के अनुकूल अनमोल - सी चारु भव्य लोक में सर्व ढ़लते परिस्थिति के अनुकूल आस - पास परिवेश को अवलोक परिस्थिति को आभास लगाते बुजुर्ग हमे भी अपनी नूतन हयात में परिस्थति... Hindi · कविता 2 267 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read न्याय पथिक न्याय के पंथ पर चलना , होता वृहत् भयावह है , सहस्रों में एक मनुज , गढ़ता न्याय पथिक है। न्याय के पंथ में होती , पग - पग पर... Hindi · कविता 1 227 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read लकड़ी का खेल जन्म के समय में हो , मृत्यु के समय में हो , हो चाहे किसी वय में , होता निपट लकड़ी का ही, परिपूर्ण रूप से खेल यहाँ । झूला... Hindi · कविता 1 242 Share Utsav Kumar Aarya 2 Aug 2022 · 1 min read चिट्ठियाँ आज के नूतन हयात में भी चिट्ठी की रिवाज प्रचलित है आर्यावर्त के भिन्न आलयों पर चिट्ठी ही एकल दूतत्व पहुँचाती । लेटरबॉक्स में होती चिड़ियाँ हर्ष - कष्ट का... Hindi · कविता 2 221 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read गुरु ब्रह्मा, विष्णु, महेश स्वरूप , होते हमारे पूज्यवर गुरु , इनके आशीष,करुणा से , होता हमारा जीवन कृतार्थ। गुरु की वार्ता अश्रुत करना हयात विनष्ट कर डालता है इनके वचन... Hindi · कविता 1 205 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read सफलता की चाह धरा के हर प्राणी की चाह , सफलता को लब्ध करना है , सफलता वही मनुज लहता , जो सफलता की चाह रखता। असफलता से मत भागों सफलता की चाह... Hindi · कविता 1 228 Share Utsav Kumar Aarya 12 Jun 2022 · 1 min read बाल श्रम विरोधी सब मिलकर प्रयास करें , बाल श्रम विरोधी बनें , हठात देश की यश बढ़ायें , बच्चों का भविष्य सवारें। बच्चों की शिक्षा का , हम उचित प्रबंध करें ,... Hindi · कविता 1 198 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read बस की यात्रा अभी न होगा मेरा अंत , अभी- अभी तो पदस्थ हुये चल पड़े मंजिल की ओर , एक दृढ़ संकल्प को लिये , अभी न होगा मेरा अंत | आह्वान,... Hindi · कविता 2 207 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read कोरोना आर्यावर्त की अर्थव्यवस्था पर , कोरोना का प्रचंड तासीर पड़ा , शार्गिदों का पढ़ाई - लिखाई , जैसे संसर्ग समाप्य कर दिया। कहाँ से आया, कैसे आया? कौन है ये,... Hindi · कविता 2 207 Share Utsav Kumar Aarya 2 Aug 2022 · 1 min read सुबह सुबह हमारी स्मृति शक्ति , होती बहुत तंदुरुस्त है , शागिर्दों को पढ़ने का , उम्दा समय होता सुबह। सुबह होने से अग्रे ही , मजदूर कृत्य करते जाते ,... Hindi · कविता 1 221 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read लूटपाट उद्वर्धन आजकल के इस दौर में उद्वर्धन जा रही लूटयात है एक - दो ना होते लोक में लूटपाटों की अदद असीम | लूटपाट करने वाले मनुज , ना जीते क्षिति... Hindi · कविता 1 242 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read धैर्यहीन मनुज धैर्यहीन होने वाले मनुज हर कृत्य करते निकृष्ट हैं धैर्यहीन को न्यास दो कृत्य स्वंय उचित हो जाएँगे। धैर्य एक निरंकुश है , इसको अंकुश करना पड़ता , धैर्य पर... Hindi · कविता 236 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read रीति - रिवाज समाज की हमारी रीति - रिवाज , किसने ऐसी गढ़ायी रीति - रिवाज? प्रसन्नता में तो भरपूर लेते , पर कष्ट में भी ना तजते हमें , दरिद्रों को असमृद्ध... Hindi · कविता 1 186 Share Page 1 Next