Kuldeep Singh Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kuldeep Singh 20 Oct 2021 · 1 min read मैं आजाद होना चाहता हूँ| दो घड़ी के लिए ही सही, मैं आजाद होना चाहता हूँ! सपनो से भरी हुई अपनी इक दुनिया में, मैं कुछ पल जीना चाहता हूँ!! बैठकर कहीं दूर इक समंदर... Hindi · कविता 303 Share