कुमार राजीव 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कुमार राजीव 30 May 2021 · 1 min read सुधरते हालात ( कोरोना के परिप्रेक्ष्य में ) (कोरोना पीड़ितों को समर्पित) मुश्किल है हालात... मुश्किल हैं वक़्त... गुज़र रहा है... जल्द ही गुजर जाएगा... अभी पतझड़-सा मौसम है... बगीचे सुनसान, हैरान और परेशान हैं... किन्तु टहनियों में... Hindi · कविता 1 243 Share कुमार राजीव 30 May 2021 · 1 min read नशा मुझे तो अनवरत तलाश है.. उनके लबों पे... चंचल निश्छल मुस्कानों की, उनकी निगाहों में... तैरते अनगिनत... मधुरमयी अरमानों की, मुझे तो चंचल , अबोध... कुंचाले भरती हिरणी के... कोमल... Hindi · कविता 240 Share कुमार राजीव 30 May 2021 · 1 min read एकांतवास ( कोरोनाकाल के परिप्रेक्ष्य में ) अकेला हूँ...... किसी अनचाहे भय (कोरोना) से बंद कमरे में उन्मुक्त पड़ा हूँ। अलसायी सुबह... सुनसान जिंदगी... न भीड़ न कोलाहल... बस दूर रहकर ... बोझिल मन से... इंसान से... Hindi · कविता 203 Share कुमार राजीव 30 May 2021 · 1 min read उम्मीदों भरा सफ़र ( जीवनसंगिनी के साथ) बस........ ज़िन्दगी की सुबह ........ उनकी खनकती चूड़ियोंवाले हाथों द्वारा ....... अरूणिमा बिखेरते..... भगवान भास्कर की साक्ष्य में...... कोयल की मीठी कूक के बीच...... तुलसी मैया के पौधे में...... पवित्र... Hindi · कविता 213 Share