Pratibha Kumari Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Pratibha Kumari 28 Jan 2023 · 1 min read भूले बिसरे दिन "तुम्हें देखे जो मेरी आंखें तो यूँ मुस्कराती है.. बेमौसम में बिन बादल के क्यूँ बरसात लाती है .. तुम्हारा देखना छुप-छुप के,वो सीहोडे के पीछे से.. ना मिलने के... Hindi · मुक्तक 238 Share