Farhat Ali Khan 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Farhat Ali Khan 30 Nov 2021 · 3 min read “म्युनिसिपालिटी” क्या ख़ूब कहा है भारतेंदु ने: 'यही तिहवार ही तुम्हारी म्युनिसिपालिटी है।’ कल त्योहार है। मैं देख रहा हूँ, जहाँ-जहाँ तक मेरी नज़र जा रही है, सड़कें साफ़ सुथरी हैं,... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1k Share Farhat Ali Khan 10 Oct 2021 · 1 min read ग़ज़ल-3 (आप को उजला दिखे, काला दिखे) आप को उजला दिखे, काला दिखे सच तो सच है चाहे वो जैसा दिखे ज़ुल्फ़-ए-जानाँ, दीदा-ए-नम, दर्द-ए-दिल इन से बाहर आएँ तो दुनिया दिखे आँख के अंधे को फिर भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 251 Share Farhat Ali Khan 10 Oct 2021 · 1 min read ग़ज़ल-2 (ज़िन्दगी दौड़ती है सड़कों पर) ज़िन्दगी दौड़ती है सड़कों पर और फिर मौत भी है सड़कों पर दिनदहाड़े पड़ा है इक ज़ख़्मी क्या अजब तीरगी है सड़कों पर लोग बस बे-दिली से चलते हैं यानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 272 Share Farhat Ali Khan 10 Oct 2021 · 1 min read ग़ज़ल-1 (बाज़ दिल याद से उन की न ज़रा-भर आया) बाज़ दिल याद से उन की न ज़रा-भर आया वो न आए तो ख़्याल उन का बराबर आया साक़ी-ए-दर्द भरा ही किया पैमाना-ए-चश्म सो तिरी बात पे छलका जो ज़रा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share