कविता झा ‘गीत’ Tag: Quote Writer 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कविता झा ‘गीत’ 24 Sep 2024 · 1 min read एक वक्त था जब ज़माना अपना था और तुम अजनबी से, अब देखो ज़माना एक वक्त था जब ज़माना अपना था और तुम अजनबी से, अब देखो ज़माना अजनबी हो गया और बस तुम अपने रहे। Quote Writer 36 Share कविता झा ‘गीत’ 15 May 2024 · 1 min read ना मुझे मुक़द्दर पर था भरोसा, ना ही तक़दीर पे विश्वास। ना मुझे मुक़द्दर पर था भरोसा, ना ही तक़दीर पे विश्वास। मंदिर मस्जिद से भी नाता ना रहा, ना ही मूरत से आस। जब से तुम आये हो ज़िंदगी में... Quote Writer 1 143 Share