Kavita Chouhan Tag: दशहरा कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavita Chouhan 5 Oct 2022 · 1 min read सबके मन मे राम हो जब सत्य प्रकाशमय हो अंधकार पर लगा विराम हो द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो उँच नीच भेदभाव भुलाकर सबके लिये सदभाव हो झूठ... Hindi · कविता · दशहरा कविता 3 2 267 Share