Kavita Chouhan Tag: जन्माष्टमी कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavita Chouhan 7 Sep 2023 · 1 min read ***कृष्णा *** टूट गयी यूँ बेड़ियाँ सारी आये धरा पे कृष्ण कन्हाई वासुदेव कान्हा को छुपाये यमुना विकराल रूप दिखाये देवकी वसुदेव भय से कँपते कारागार में थमते छुपते दुष्ट कंस ने... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · जन्माष्टमी कविता · जन्माष्टमी पर्व है आया 467 Share