kavi w singh 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kavi w singh 3 Feb 2017 · 1 min read हालात मैं आशुफ्ता हो गया हूँ जाने ये कैसे हो गया। नाग सा अब मैं तड़पता, मणि है मेरा खो गया। किस इल्लत की ऐ खुदा, तुम ने दी मुझको ये... Hindi · कविता 428 Share kavi w singh 25 Jan 2017 · 1 min read यादें तेरे आँचल का परिमल आता, अब नींद नहीं मैं ले पाता। कुछ याद तेरे संग पल बीता कुछ चाहत को रख अब जीता। पर बदन हुआ अब गम का घर... Hindi · कविता 256 Share