Karishma Shah 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Karishma Shah 26 May 2023 · 1 min read लम्हों की तितलियाँ उड़ती जाती इस डाली उस डाली न तेरे पकड़ में आती न मेरे लम्हों की तितलियाँ रंग बिरंगी खूबसूरत सी मन को मोहने वाली चंचल सी फुदकती फिरती लम्हों की... Poetry Writing Challenge · Butterflies · Karishma Shah · करिश्मा शाह · कविता · तितलियाँ 4 1 219 Share Karishma Shah 26 May 2023 · 1 min read नरम दिली बनाम कठोरता न हावी होने दीजिए किसी को अपनी नरम दिली पर खुद के सम्मान पर चोट का जब कारण बनती है आपकी यह नरम- दिली दिल को बड़ी ठेस पहुंचती है... Poetry Writing Challenge · Karishma Shah · कठोर दिल · करिश्मा शाह · कविता · नरम दिल 1 313 Share Karishma Shah 26 May 2023 · 1 min read गुजरे हुए वक्त की स्याही से गुजरे हुए वक्त की स्याही से आने वाले कल की किताब नहीं लिखी जा सकती ✍️ करिश्मा शाह Hindi · Karishma Shah · Quote Writer · करिश्मा शाह · कोटेशन · वक्त 2 564 Share Karishma Shah 21 May 2023 · 1 min read 'एक कप चाय' की कीमत 'एक कप चाय' की कीमत तुम क्या जानो 'कॉफ़ी वाले बाबू' भोरे-भोर होंठो की तलब है 'एक कप चाय' दादा-दादी, नाना-नानी की सुडूक-सुडूक वाली धुन है 'एक कप चाय' 'अ... Poetry Writing Challenge · International Tea Day · Poem On Tea · Tea Love · Tea Lover · चाय पर शायरी 9 14 636 Share Karishma Shah 5 Dec 2018 · 2 min read हम गंगा को प्रदूषित होने से कैसे बचाएं ? बेशक भारत प्रगति की ओर तीव्रतम गति से अग्रसर हो रहा है परंतु इसके लिए वह क्या क्या कीमत चुका रहा है इसका अंदाजा लगा पाना बहुत मुश्किल है। पर्यावरण... Hindi · कविता 2 1 274 Share Karishma Shah 1 Dec 2018 · 1 min read बचाकर रखना बचाकर रखना बचाकर रखना उन यादों को जो दौड़ती-भागती दुनिया के सामने धूमिल होती जा रही है।। बचाकर रखना उन धरोहरों की छवि जो कंक्रीट की विशालकाय इमारतों के सामने... Hindi · कविता 2 2 331 Share Karishma Shah 29 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ एक शब्द में है पूरा संसार समाया । तुझसे ही मुझे मेरा अस्तित्व मिला ।। तूने ही तो अपने खून से है मुझे सींचा । तूने ही तो अपने... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 38 709 Share