प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा 2 Apr 2024 · 1 min read कविता के मीत प्रवासी- से कविता के मीत प्रवासी- से --------------------------------- (प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा) कुछ गीत तुम्हारे कण्ठ से फूटे कुछ हमने उतारे कागज़ पर कुछ वीणा की लहरी बन उभरे कुछ थिरक उठे पखावज पर... Hindi 1 93 Share