Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Language: Hindi
24 posts
नवल वर्ष का नवल हर्ष के साथ करें हम अभिनंदन
नवल वर्ष का नवल हर्ष के साथ करें हम अभिनंदन
Kanchan Gupta
सपना सलोना सा प्यारा खिलौना सा
सपना सलोना सा प्यारा खिलौना सा
Kanchan Gupta
दिल को तमाम बातों का तह खाना बना दे
दिल को तमाम बातों का तह खाना बना दे
Kanchan Gupta
साजे दिल तोड़ के आवाज़ की बातें न करो
साजे दिल तोड़ के आवाज़ की बातें न करो
Kanchan Gupta
गुमनाम सा शायर हूँ अपने  लिए लिखता हूँ
गुमनाम सा शायर हूँ अपने लिए लिखता हूँ
Kanchan Gupta
बुला रहा है मुझे रोज़  आसमा से कौन
बुला रहा है मुझे रोज़ आसमा से कौन
Kanchan Gupta
न दया चाहिए न दवा चाहिए
न दया चाहिए न दवा चाहिए
Kanchan Gupta
कोई त्योहार कहता है कोई हुड़दंग समझता है
कोई त्योहार कहता है कोई हुड़दंग समझता है
Kanchan Gupta
अब नहीं चाहिए बहारे चमन
अब नहीं चाहिए बहारे चमन
Kanchan Gupta
तनहा भी चल के देखा कभी कारवाँ में चल के
तनहा भी चल के देखा कभी कारवाँ में चल के
Kanchan Gupta
जब से दिल संकरे होने लगे हैं
जब से दिल संकरे होने लगे हैं
Kanchan Gupta
सब कूछ ही अपना दाँव पर लगा के रख दिया
सब कूछ ही अपना दाँव पर लगा के रख दिया
Kanchan Gupta
कोई न सुन सके वह गीत कभी गाया क्या ?
कोई न सुन सके वह गीत कभी गाया क्या ?
Kanchan Gupta
नवल वर्ष का नवल हर्ष के साथ करें हम अभिनंदन
नवल वर्ष का नवल हर्ष के साथ करें हम अभिनंदन
Kanchan Gupta
चले आते हैं उलटे पाँव कई मंज़िलों से हम
चले आते हैं उलटे पाँव कई मंज़िलों से हम
Kanchan Gupta
सफ़र में आशियाना चाहता है
सफ़र में आशियाना चाहता है
Kanchan Gupta
टूट कर भी धड़कता है ये  दिल है या अजूबा है
टूट कर भी धड़कता है ये दिल है या अजूबा है
Kanchan Gupta
ज़िंदगी क्या है क्या नहीं पता क्या
ज़िंदगी क्या है क्या नहीं पता क्या
Kanchan Gupta
कश्ती तो वही है तो क्या दरिया बदल गया
कश्ती तो वही है तो क्या दरिया बदल गया
Kanchan Gupta
हँसूँगा हर घड़ी पर इतना सा वादा करो मुझसे
हँसूँगा हर घड़ी पर इतना सा वादा करो मुझसे
Kanchan Gupta
बेख़्वाईश ज़िंदगी चुप क्यों है सिधार गयी क्या
बेख़्वाईश ज़िंदगी चुप क्यों है सिधार गयी क्या
Kanchan Gupta
अशकों से गीत बनाता हूँ
अशकों से गीत बनाता हूँ
Kanchan Gupta
पेड़ों ने जगह दी ना शाख़ों पे नशेमन है
पेड़ों ने जगह दी ना शाख़ों पे नशेमन है
Kanchan Gupta
आँख भर जाये जब यूँ ही तो मुस्कुराया कर
आँख भर जाये जब यूँ ही तो मुस्कुराया कर
Kanchan Gupta
Loading...