Kanchan Gupta Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kanchan Gupta 18 May 2024 · 17 min read आँख भर जाये जब यूँ ही तो मुस्कुराया कर आँख भर जाये जब यूँ ही तो मुस्कुराया कर मनाना छोड़ कर क़िस्मत से रूठ जया कर सुरमयी शाम कभी काली घटायें बन कर ऐ तमन्ना तू मेरे द्वार पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 1 93 Share