Deepali Kalra Tag: कविता 120 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Deepali Kalra 9 Mar 2022 · 1 min read कोई और नहीं मैं नारी हूँ कोई और नहीं मैं नारी हूँ कहने को मैं 21वीं सदी में जी रही हूँ पर जख्मों को अपने खुद ही सी रही हूँ | जख्म कुरेदने को तैयार हर... Hindi · कविता 1 226 Share Deepali Kalra 9 Mar 2022 · 1 min read बता ऐ पुरूष बता ऐ पुरूष ...... तेरी दृष्टि में....मैं हूं कौन? ममता हूँ... माया हूँ हमकदम हूँ ....तेरा साया हूँ या तेरी दृष्टि में .... केवल इक नारी काया हूँ बता ऐ... Hindi · कविता 1 160 Share Deepali Kalra 9 Mar 2022 · 1 min read सच जानते तो सब है सच जानते तो सब है पर कोई बोलता नहीं है झुठ से नाराज़ तो है सब खून किसी भी खोलता नहीं है हासिल करना है सब जो भी दिल चाहे... Hindi · कविता 2 272 Share Deepali Kalra 8 Mar 2022 · 1 min read माथे पे कलंक कभी ना लगे माथे पे कलंक कभी ना लगे दुर्गुणों का संग कभी ना लगे हे ईश्वर चाहत बस है यही कि बददुआओं का रंग कभी ना लगे दूजों के घर को जो... Hindi · कविता 1 242 Share Deepali Kalra 8 Mar 2022 · 1 min read पूछा मैने आइने से पूछा मैने आइने से, बता कैसी लगती हु? निहार कर कूछ देर बोला...... मस्तिष्क पर रेखाएं नजर आ रही है, पर इनमें फ़िक्र अपनो की है। आखो में लाइनर सजा... Hindi · कविता 1 148 Share Deepali Kalra 8 Mar 2022 · 1 min read ज़िद्दी ख्वाहिशें ख्वाहिशें बड़ी ललचाती है जीने की चाह बढ़ाती है और अगर रह जाए अधूरी तो दिल को बड़ा तड़पाती है ज़िद्दी ख्वाहिशें कितना समझा लिया ,रूकता नहीं, रोज एक नई... Hindi · कविता 1 168 Share Deepali Kalra 8 Mar 2022 · 1 min read छोटी बुद्धि, छोटी सोच है छोटी बुद्धि, छोटी सोच है, छोटे मन के विचार हैं स्वर्ग नहीं, बैकुंठ नहीं, ये दुनिया संसार है भूख नहीं मिटती है यहाँ पे, धन की हो या शोहरत की... Hindi · कविता 3 2 1k Share Deepali Kalra 8 Mar 2022 · 1 min read जिंदगी कुछ ,मौसम सी है जिंदगी कुछ ,मौसम सी है......... कभी मायूस ,कभी रोशन सी है... इसका हर एक, रंग प्यारा है,....... क्योंकि जिंदगी, एक पहेली सी है.... जीवन के सूर ताल.,.. सुर ताल ,... Hindi · कविता 1 287 Share Deepali Kalra 8 Mar 2022 · 1 min read यह जीवन हमें, रात दिन नचाता है कभी सांझा किया, कभी छुपा लिया...... कभी चिल्ला चिल्ला कर ,बयां किया..... नहीं फर्क पड़ा दुनिया को ,मेरी बातों से... हर किसी ने सुनकर, नजर अंदाज किया... जीवन मायाजाल..... यह... Hindi · कविता 1 410 Share Deepali Kalra 8 Mar 2022 · 1 min read नारी का सम्मान नारी का सम्मान करो,मत उसका अपमान करों, किसी न किसी रूप मे तुमको मिल जाती है, सुषमा स्वराज भी भारत बेटी थी, अपने उसूलों मे वो बहुत पक्की थी, माथे... Hindi · कविता 1 491 Share Deepali Kalra 8 Mar 2022 · 1 min read महिला दिवस 2022 Every साल तो मनाते हो , women's day, बदला कुछ,.... बड़ी बड़ी बाते नहीं है मेरी, मेरे तो छोटे छोटे सवाल है... 1-महिलाएं , heels क्यों पहनती हो, कष्टदायक होता... Hindi · कविता 1 527 Share Deepali Kalra 1 Mar 2022 · 1 min read जीना है तो सीखना है जीना है तो सीखना है बहुत बड़ी बेमतलबी है यह दुनिया जब हम चुप रहते हैं तो अन्याय का शिकार हो जाते हैं यदि अन्याय के विरूद्ध आवाज़ उठाते हैं... Hindi · कविता 1 224 Share Deepali Kalra 1 Mar 2022 · 1 min read ये कैसी आस्था शिव के प्रति तुम्हारी आज सुबह आंखों के सामने की गाथा ये कैसी आस्था.......... मैं शिव के प्रति तुम्हारी आस्था पे कैसे शक कर सकती हूँ, पर नरम हृदय हूँ तो लिखे बिना भी... Hindi · कविता 1 559 Share Deepali Kalra 1 Mar 2022 · 1 min read छोड़ दो छोड़ दो जिस बहस का अंत ही ना हो उस बहस का रुख़ मोड़ दो जब कोई तुम्हारी बात ही ना समझें अपनी बात को बीच में ही तोड़ दो... Hindi · कविता 1 225 Share Deepali Kalra 1 Mar 2022 · 1 min read कुछ लोग बहुत बच बच के चलते हैं कुछ लोग बहुत बच बच के चलते हैं इश्क से बचेंगे,बात ही ना करेंगे किसी से दोस्ती ही नहीं करना जमाने से डर डर के चलना इनका कोई इतिहास नहीं... Hindi · कविता 1 212 Share Deepali Kalra 1 Mar 2022 · 1 min read महादेव – महादेव – सत्य भी तू सुंदर भी तू ही तू ही शांत , प्रलयकारी भी तू ही बने त्रिनेत्र त्रिशूल धरता शूल सबका हरे बन विकराल दिखा तांडव पीढ़ा सबकी... Hindi · कविता 1 571 Share Deepali Kalra 1 Mar 2022 · 1 min read महाकाल वो समय है ,असमय है ,काल भी ,महाकाल भी प्रकाश है ,अन्धकार है ,मेरे पालनहार भी वो परब्रह्म हैं , परतत्व हैं ,कल्याणमय , हलाहल भी परिपूर्ण है ,अपूर्ण है... Hindi · कविता 1 179 Share Deepali Kalra 1 Mar 2022 · 1 min read काबिलियत काबिलियत ये नहीं कितने कामयाब हो काबलियत ये नहीं कितने मशहूर हो तुम काबलियत ये नहीं पद प्रतिष्ठा कितनी हैं काबलियत हैं कितने झुके हो तुम कितने के लिए रुकें... Hindi · कविता 1 543 Share Deepali Kalra 1 Mar 2022 · 1 min read खुद से मिलना अच्छा लगता है खुद से मिलना अच्छा लगता है , ता उम्र सबसे मिलने मे गुजार दी फिर भी पाया खुद को तन्हा , जब से पाया है खुद का साथ, खुद से... Hindi · कविता 1 582 Share Deepali Kalra 1 Mar 2022 · 1 min read मोह मोह के धागे मोह मोह के धागे पता है ये तेज़ हवाएं क्यों चलती हैं आजकल? मैं बताती हूँ, ये जो पत्ते अभी भी अपनी शाखाओं को छोड़ने को तैयार नहीं हैं ना... Hindi · कविता 1 433 Share Deepali Kalra 28 Feb 2022 · 1 min read ज़िंदगी के मायने बदल रहे हैं ज़िंदगी के मायने बदल रहे हैं,,, कुछ दस्तूर पुराने बदल रहे हैं, ज़िंदगी के मायने बदल रहे हैं, नए नए ढंग आ गए हैं कमाने के, वो ढर्रे पुराने अब... Hindi · कविता 1 376 Share Deepali Kalra 28 Feb 2022 · 1 min read आई है शिवरात्रि आई है शिवरात्रि, मेरे भोले बाबा का है दिन , शिव के चरणों में मुझे शीश झुकाने दो, भोले की भक्ति में मुझे डूब जाने दो! महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं…….... Hindi · कविता 2 351 Share Deepali Kalra 23 Feb 2022 · 1 min read सबका लेखा जोखा है ऊपर वाले के पास क्या सोच रहा है तु तु यहां से कुछ नहीं ले जा पायेगा कफ़न में जेब कहां होता है मेरे दोस्त सब कुछ है धरा का धरा में ही धरा... Hindi · कविता 1 204 Share Deepali Kalra 23 Feb 2022 · 1 min read " माँ " " माँ " सातों अजूबों से भी , सुन्दर अजूबा , अपनी कोख में बना लेती है , हर माँ , ममता के , सतरंगी धागों से , ताना -... Hindi · कविता 2 2 242 Share Deepali Kalra 22 Feb 2022 · 1 min read क्यूं ना थोड़ा अलग "प्रेम" करें क्यूं ना थोड़ा अलग "प्रेम" करें एक-दूसरे की चाह न करके, एक-दूसरे की प्रतीक्षा करें क्यूं ना थोड़ा अलग प्रेम करें।। एक-दूसरे पर अधिकार न जताकर एक-दूसरे को स्वतंत्र करें... Hindi · कविता 1 461 Share Deepali Kalra 22 Feb 2022 · 1 min read दोनों हाथों में भरकर हर ख्वाहिश को उछाल दो दोनों हाथों में भरकर, हर ख्वाहिश को उछाल दो हर गम को लगाकर सीने से, हर बात को टाल दो देखो अपनी आंखों से कि क्या दिखता है दूसरों की... Hindi · कविता 1 383 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read "फूल और काँटे" "फूल और काँटे" फूल जीवन की बहार है क्यों?काँटो पर भी ऐतबार है, दिन निकला और फूल खिले काँटे भी दोनों संग गले मिले, सुवासित फूल जब टूटने जाए काँटे... Hindi · कविता 1 275 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read मंदिर के दरवाज़े पर लिखे शब्द बहुत सुन्दर शब्द जो एक मंदिर के दरवाज़े पर लिखे थे.. सेवा करनी है तो घड़ी मत देखो प्रसाद लेना है तो स्वाद मत देखो सत्संग सुनाना है तो जगह... Hindi · कविता 1 182 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read लहरों सी मचलती है ज़िन्दगी लहरों सी मचलती है ज़िन्दगी, निश्छल चंचल सी है ज़िन्दगी, हर नये कदम पर ख़्वाहिशें बदलती ज़िन्दगी, कभी इम्तिहान लेकर मुस्कराती ज़िन्दगी, कभी सवाल करती खुद कभी जवाब बनती ज़िन्दगी,... Hindi · कविता 1 295 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read मुठ्ठी भर रिश्तों मुठ्ठी भर रिश्तों में से भी जब कोई रिश्ता फिसलता है !!! बड़ी कोशिश के बाद भी जब वो हमसे नही संभलता है !!! तो खुदा का फ़ैसला समझ कर... Hindi · कविता 1 154 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read जिंदगी के धागे, जिंदगी के धागे, कभी सुलझे से,तो कभी उलझे से, यह जिंदगी है जनाब, कभी बेमतलब ही उलझ जाती है, तो कभी सहज ही सुलझ जाती है, कभी हम जैसा सोचते... Hindi · कविता 1 218 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read ज्ञान की ज्योति जलाओ अवगुणों से भरी इस अंधेरी गुफा में ज्ञान की ज्योति जलाओ कभी हर शै में हो, ये तो कहते हैं सभी इक़ पल मुझे भी दरस दिखाओ कभी हाथ थाम... Hindi · कविता 1 153 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read कुछ हँस के बोल दिया करो 21.2.22 कुछ हँस के बोल दिया करो, कुछ हँस के टाल दिया करो, यूँ तो बहुत परेशानियां है तुमको भी मुझको भी, मगर कुछ फैंसले वक्त पे डाल दिया करो, न... Hindi · कविता 1 250 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read कभी उतरे हो प्रेम की नदी में.....? कभी उतरे हो प्रेम की नदी में.....? यदि नहीं तो अपने विरक्त से मन की नाव को हवाले करो बहती धाराओं के...... यकीन मानो जीत तुम्हारी ही है...... तैर गए... Hindi · कविता 1 312 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 2 min read कटु सच्चाई तुम्हें दिखाऊँ बड़े अचरज की सुनो तुम्हें आज इक बात बताऊं सुनना जरा ध्यान से कटु सच्चाई तुम्हें दिखाऊँ सब्जी लेने आज अनमनी सी थैला लेकर पहुंची बाजार हैरां ही मैं रह... Hindi · कविता 1 431 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read बस यही जिंदगी और यही मेरा पता एक मैं और एक मेरा जीवन जीवन में शामिल कुछ शब्द शब्दों का साथ लिए कुछ दर्द कभी लगता हैं मैं पाठक हूं तो कभी कवित्री जाने क्यों कुछ लोग... Hindi · कविता 1 390 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read चार लोग क्या कहेंगे चार लोग क्या कहेंगे बचपन से जवानी की दहलीज पर रक्खा कदम मां ने सचेत किया अब बचपना बीत गया संभल कर चलना ज्यादा कूद फांद मत करना हंसी ठिठोली... Hindi · कविता 1 780 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read मन को मना तो ले मन को मना तो ले, मगर कैसे , चाल वक्त की मान तो ले, मगर कैसे , सांसों के थमने से पहले , धड़कन के बंद होने से पहले ,... Hindi · कविता 2 2 390 Share Deepali Kalra 21 Feb 2022 · 1 min read बच्चों को पहले ये सिखाइए बच्चों को पहले ये सिखाइए बच्चों को पहले ~ सूजी, मैदा और आटे में भेद करना सिखाइये. मूंग, मसूर, उड़द, चना और अरहर पहचानना सिखाइये. मख्खन, घी, पनीर और चीज़... Hindi · कविता 2 2 387 Share Deepali Kalra 16 Feb 2022 · 1 min read हरी हरी पत्तियाँ हरी हरी पत्तियाँ। प्रकृति हीं जीवन है, अनुभवों का विचरण है, पंछी स्वरों का गुंजन है, प्रभातबेला में निमंत्रण है, हरा भरा शुभ आँगन है, हर प्राणी का श्वांस बन्धन... Hindi · कविता 1 166 Share Deepali Kalra 15 Feb 2022 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल जहाँ खुशियों के अवसर देख लेना। वहीं पर ग़म भुलाकर देख लेना। सिवा तेरे नहीं है और कोई। भले इस दिल के अंदर देख लेना। कभी तू झाँक कर... Hindi · कविता 1 455 Share Deepali Kalra 15 Feb 2022 · 2 min read मां एक अहसास है वैसे तो मां पे कुछ भी लिखना असंभव है, पर कुछ कीमती पंक्तियां लिख रही हु यह एक छोटा सा प्रयास है मेरी ओर से सभी माओं को प्रणाम ।... Hindi · कविता 2 1 185 Share Deepali Kalra 15 Feb 2022 · 1 min read कश्मकश न जाने ज़िंदगी कैसे, कश्मकश में पड़ा है। न चराग बुझ रही है, न तूफान थम रहा है। चलते ही जा रहे हैं, अंजान सफर पे जैसे। न दिख रही... Hindi · कविता 2 317 Share Deepali Kalra 15 Feb 2022 · 1 min read संघर्ष की दास्तां! संघर्ष की दास्तां! ये चेहरे की झुर्रियां, ये बालों की सफेदी, मेरे लम्बे संघर्ष की दास्तां है ये मुस्कुराहट ,मेरे हौंसलों का प्रमाण है॥ रोते हुये का साथ कोई निभाता... Hindi · कविता 1 322 Share Deepali Kalra 14 Feb 2022 · 1 min read जिंदगी तेरे कई रंग जिंदगी तेरे कई रंग, अजब तेरा अनोखा ढंग, कभी रुलाया,कभी हँसाया, कभी शूलों पर चलाया, बार बार कभी हराया, तोड़ कर हर'मैं' का बंधन, निश्छल,निर्मल सदा बनाया। कभी दी रुलाई,... Hindi · कविता 1 179 Share Deepali Kalra 14 Feb 2022 · 1 min read बने रहना एक पहेली बने रहना एक पहेली , जिसे सुलझाने की चाह, हर एक को तुम्हारी और खिंचती रहे.... गुरूर वाले भी आएंगे,तो मज़बूत इरादों वाले भी रौनकें लगी रहेंगी , लेकिन तन्हाई... Hindi · कविता 2 500 Share Deepali Kalra 14 Feb 2022 · 2 min read प्यार क्या है जीवन साँसों के बिना नही चल सकता जिंदगी प्यार के बिना नही चल सकती प्यार क्या है प्यार दिल की धड़कन है प्यार भंवरे का गुंजन है प्यार तपती धरती... Hindi · कविता 2 362 Share Deepali Kalra 14 Feb 2022 · 1 min read हर खूबसूरत चीज खतरनाक होती है हर खूबसूरत चीज खतरनाक होती है । यही तो खूबसूरती की पहचान होती है" गुलाब से करते हैं सब प्यार, तो फिर कांटो से क्यों है दूर क्यों भागते यदि... Hindi · कविता 1 680 Share Deepali Kalra 14 Feb 2022 · 1 min read गांठ बांध लो आज गांठ बांध लो आज देखो! ना छोड़ना कभी मात-पिता के उन कमजोर काँपते हाथों को, इन्हीं हाथों से पकड़कर तुम्हें, नन्हे कदमों से वो चलना सिखलाये थे...! इन्हीं हाथों से... Hindi · कविता 1 393 Share Deepali Kalra 14 Feb 2022 · 1 min read फरेब जिंदगी हमें कितने फरेब दिखलाती है, कभी तो हंसाती है कभी तो रूलाती है। जिंदगी का फलसफा क्यों कर किसी को, समझ न आया अभी बाद आजमाइशों के। ठोकरें खाती... Hindi · कविता 1 409 Share Previous Page 2 Next