Kalpana tripathi Tag: ग़ज़ल/गीतिका 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kalpana tripathi 29 Jun 2020 · 1 min read साथी चलते चलते यूं ही कट रहा था सफ़र, कि एक साथी नजर आ गया हमको लगा यूं कि हमारा माझी नजर आ गया। नैया हमारी डूब रही थी मझधार में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 5 333 Share Kalpana tripathi 25 Jun 2020 · 1 min read मैं और तुम मिलकर हम बन जाते हम दोनों ही मुकम्मल हो जाते, मैं और तुम मिलकर हम बन जाते। पर ये क्या तुम तो हम निकले, मेरी जरूरत नहीं तुमको, तुम खुद में ही मुकम्मल निकले।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 330 Share Kalpana tripathi 20 Jun 2020 · 1 min read दोहरा चेहरा मुझसे इतनी नफरत कैसे कर लेते हो, एक छत के नीचे रहकर भी ,इतनी दूर कैसे रह लेते हो, ऐसा कैसे कर लेते हो। कभी मुझ से रूबरू हुए ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 487 Share