kalipad prasad 82 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 kalipad prasad 28 Sep 2016 · 1 min read मुक्तक 28/९/२०१६ दुनिया जगमगाती है सूर्य के आने के बाद काला कफ़न फ़ैल जाता रवि के जाने के बाद मानव मन का कालापन ,अमावस्या से गहरा मन का तम मिटता है,... Hindi · मुक्तक 278 Share kalipad prasad 27 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल पेट को चाहिए खाद्य, नारा नहीं पेट जितने से भर जाय, सारा नही | भावना की कमी, जाँचना चाहिए भूखो को चाहिए खाना,चारा नहीं | सारे रिश्ते बिगड़ते हैं, तकरार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 455 Share kalipad prasad 24 Sep 2016 · 1 min read मुक्तक नज़र जिधर घुमाओ, उधर रिश्ते है, गोत्रजन है रिश्ते बनाना आसान, उसे निभाना कठिन है रिश्ते में घोलो प्यार और विश्वास का मिठास फिर देखो, रिश्ते निभाना कितना आसान है... Hindi · मुक्तक 289 Share kalipad prasad 1 Nov 2016 · 1 min read गीत मिटटी से मेरा जनम हुआ, मिटटी में मिल जाता हूँ छोटी सी है जिंदगी मगर, जगत को जगमगाता हूँ | दीवाली हो या होली हो, प्रात:काल या सबेरा जब भी... Hindi · गीत 423 Share kalipad prasad 22 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल वक्त आया महज़ फैसला चाहिए दुश्मनों से नहीं आँकड़ा चाहिए | घर में घुस कर पढ़ाना सबक लाज़मी लात के भूत को इंदिरा चाहिए | क्रोध को रोकना अब नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 327 Share kalipad prasad 21 Sep 2016 · 2 min read पाकिस्तान मिट जायगा (कविता ) उरी में शहीद हुए,शहीदों को समर्पित पकिस्तान मिट जायगा ! कश्मीर होगा अब से देखो, भारत देश की शान पाकिस्तान का मिट जायगा, सभी नामो निशान | सोना, मरना एक... Hindi · कविता 4k Share kalipad prasad 20 Sep 2016 · 1 min read कविता बुद्ध, जैन, सिख, ईशाई, हिन्दू, मुसलमान सबका मत एक ही है, क्षमा ही महा दान | हर धर्म मानता है क्षमा, शांति का है मूल जानकर भी फैलाते नफरत, क्यों... Hindi · कविता 1 506 Share kalipad prasad 18 Sep 2016 · 1 min read हिन्दुस्तानी है हिन्दी आओ बच्चों तुम्हे पढ़ायें, सच्चे जीवन की बातें पढ़ते जाओ लिखते जाओ, पढ़कर ही आगे जाते | भारत गौरव गाथा गाओ, मिलकर नन्हे सब बच्चे लय में मिठास कोयल जैसा,... Hindi · कविता 366 Share kalipad prasad 16 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका बहर २१२२ २१२२ २१२२ २१२ दोस्तों के वेश में देखो यहाँ दुश्मन मिले चाह गुल की थी मगर बस खार के दंशन मिले | यारों का अब क्या भरोसा, यारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share kalipad prasad 16 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका मापनी : १२२२ १२२२ १२२२ काफिया : आना , रदीफ़: है उमंगों की तरंगे यूँ छुपाना है विरह में गीत यूँ अब गुन गुनाना है | ये↓ लहरे तो उठेगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 216 Share kalipad prasad 15 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका मापनी : १२२२ १२२२ १२२२ रदीफ़ - है , काफिया -आना उमंगों की तरंगे यूँ छुपाना है विरह में गीत यूँ अब गुन गुनाना है | ये↓ लहरे तो उठेगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 392 Share kalipad prasad 14 Sep 2016 · 1 min read कुकुभ छंद और ताटंक छंद ( हिंदी दिवस पर ) कुकुभ छंद -२ देश की एकता, अखण्डता, सबकी वाहक है हिंदी भाव, विचार, पूर्णता, संस्कृति, सभी का प्रतिरूप हिंदी | आम जन की मधुर भाषा है, भारत को नई दिशा... Hindi · कविता 1 949 Share kalipad prasad 13 Sep 2016 · 1 min read दोहे सावन भारत में हर मास में, होता इक त्यौहार केवल सावन मास है, पर्वों से भरमार |1| रस्सी बांधे साख में, झूला झूले नार रिमझिम रिमझिम वृष्टि में, है आनन्द... Hindi · दोहा 498 Share kalipad prasad 22 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल न किसी को कभी रुलाना है हर दम हर को तो हँसाना है|१ कर्मों के फुलवारी से ही यह जीवन बाग़ सजाना है |२ दुःख दर्द सबको विस्मृत कर जश्न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 282 Share kalipad prasad 9 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका एक ग़ज़ल आई जब तू जिन्दगी हँसने लगी तू मेरे हर सपने में रहने लगी | धीरे धीरे तेरी चाहत बढ़ गई देखा तू भी प्रेम में झुकने लगी |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 447 Share kalipad prasad 21 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल नंदन प्यारा था दुलारा था, सहारा न हुआ मेरा खुद का ही जलाया दिया अपना न हुआ | रौशनी फ़ैल गयी चारो तरफ लेकिन फिर घर अँधेरा था अँधेरा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 318 Share kalipad prasad 17 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका नंदन प्यारा था दुलारा था, सहारा न हुआ मेरा खुद का ही जलाया दिया अपना न हुआ | रौशनी फ़ैल गयी चारो तरफ लेकिन फिर घर अँधेरा था अँधेरा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 266 Share kalipad prasad 13 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल हमने जब वादा किया तो मुस्कुरा देने लगे दोस्ती में वो मुझे इक तोहफा देने लगे | इस जमाने के दिए झटके सभी हमने सहा जख्म जो तुमने दिया था,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 519 Share kalipad prasad 11 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक दो मुक्तक उदय उदयाचल से उदित हुआ नव रश्मि दिनमान रक्तिम आभा फ़ैल गई धरती आसमान नई किरण नई आशा प्रेरणा का स्रोत है जीव जंतु बनस्पति सबको देता है... Hindi · मुक्तक 270 Share kalipad prasad 10 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल बखेडा वतन को मिटाता रहा है जमाना यहाँ घर बसाता रहा है | यही है फ़साना यही है वो’ झगडा सदा दुश्मनी क्यों निभाता रहा है | पुराना चलन है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 221 Share kalipad prasad 6 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल काले बादल से हवा में भी नमी लगती है | दिल के रोने से ये आँखे भी गिली लगती है || रजनी के आँसू से धरती ने बुझाया है प्यास|... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 278 Share kalipad prasad 5 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका खुशबू नहीं शबाब नहीं अब गुलाब में कैसे कहूँ कशिश भी नहीं अब शराब में | काली घटा गरफ्त किया सूर्य रौशनी वो तीक्ष्णता चुभन भी नहीं आबताब में |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 239 Share kalipad prasad 25 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल प्यार की धुन को बजता जायगा राज़ जीवन का सुनाता जायगा | पल दो पल की जिंदगी होगी यहाँ दोस्ती सबसे निभाता जायगा | बाँटता जाएगा मोहब्बत सदा दोस्त दुश्मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 419 Share kalipad prasad 2 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका जो गया जग छोड़कर, उसको कभी आना नहीं वह शरण में है रब के, कोई और का प्यारा नहीं | झिलमिलाता चौंधियाना चीज़ जिसमे है चमक दीखता है दीप्त पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share kalipad prasad 19 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका बन्दे का काम घेर, उसूलों ने ले लिया है गलतियाँ रहस्य, बहानों ले लिया |१ वो बात जो थी कैद तेरे दिल की जेल में आज़ाद करना काम अदाओं ने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share kalipad prasad 12 Dec 2016 · 1 min read दोहे नोट बंद जब से हए, लम्बी लगी कतार बैंकों में मुद्रा नहीं, जनता है लाचार | लम्बी लम्बी पंक्ति है, खड़े छोड़ घर बार ऊषा से संध्या हुई, वक्त गया... Hindi · दोहा 257 Share kalipad prasad 8 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल कुछ को लगा कि नाव डूबता नज़र आ रहा है तो कोई अपनी सत्यता का गीत गाता रहा है | तो कोई माँगता है हक़ तमाम संपत्ति स्वामित्व फिर इंदिरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 248 Share kalipad prasad 7 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल कमजोर जो हैं तुम उन्हें बिलकुल सताया ना करो खेलो हँसो तुम तो किसी को भी रुलाया ना करो | दो चार दिन यह जिंदगी है मौज मस्ती से रहो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share kalipad prasad 21 Nov 2016 · 1 min read दोहे प्रभु मेरे क्या हो गया, पटरी नीचे ट्रेन स्वर्ग सिधारे लोग सौ, यात्री हैं बेचैन | बच्चे हुए अलग अलग, सन्तति बिन माँ बाप मिली सजा निर्दोष को, किसका है... Hindi · दोहा 421 Share kalipad prasad 12 Nov 2016 · 1 min read कविता सागर पर्वत दरिया पादप, सुंदर हर झरना नाला थे सुन्दर वन जंगल जैसे, हरा पीला फूल माला | शुद्ध हवा निर्मल जल धरती, सब प्रसाद हमने पाया काला धुआँ दूषित... Hindi · कविता 475 Share kalipad prasad 11 Nov 2016 · 1 min read गीतिका गीतिका पदांत –है , समान्त –इले, मात्रा प्रति पद – २४ लगता तो यही कि हम पहली बार मिले हैं मिलना विछुड़ना जन्म जन्म के सिलसिले हैं | चाहता रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 436 Share kalipad prasad 3 Nov 2016 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका ग़ज़ल अवाम में सभी जन हैं इताब पहने हुए सहिष्णुता सभी की इजतिराब पहने हुए | गरीब था अभी तक वह, बुरा भला क्या कहें घमंडी हो गया ताकत के... Hindi · कविता 231 Share Previous Page 2