काजू निषाद 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid काजू निषाद 25 Jun 2024 · 1 min read वो जो मुझको रुलाए बैठा है ग़ज़ल वो जो मुझको रुलाए बैठा है दिल भी उसपे ही आए बैठा है मेरी जाँ तक निकलने को आई और वो मुस्कुराए बैठा है जिसको हमराज़ समझा था मैंने... Hindi 54 Share