Juhi Grover Tag: व्यवधान 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Juhi Grover 17 May 2024 · 1 min read लहर लहर चल पड़ी है, नक्कालों की, चापलूसों की और चालाकों की। नकल करना ही भाता है उन्हें, नया करना नहीं लुभाता उन्हें। काम करने की आदत छूट गई, हदों में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · चमत्कार · लहर · व्यवधान 61 Share