Juhi Grover Tag: नसीब 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Juhi Grover 12 May 2024 · 1 min read पता ही न चला इस चुपचाप ज़िन्दगी में, चुपचाप ये क्या हो गया, पता ही न चला। कहने को तो, नसीब होता है अपना अपना मगर सपनों के चलते, रास्ता कैंसे वीरान हो गया,... Poetry Writing Challenge-3 · आंचल · कविता · जिंदगी · नसीब · रास्ता 1 61 Share