Jayanti Prasad Sharma Tag: कुण्डलिया 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jayanti Prasad Sharma 27 Jul 2021 · 1 min read सावन की रितु(कुंडलिया) सावन की रितु आगई रिमझिम बरसै मेह, भीजै तन बरसात में मन में सरसै नेह। मन में सरसै नेह भये पुलकित नर नारी, बाल वृन्द हैं मगन झूलती हैं महतारी।... Hindi · कुण्डलिया 3 4 561 Share Jayanti Prasad Sharma 12 May 2020 · 1 min read नहीं किया अपमान लिखा नहि किसी का विरद, नहीं किया गुणगान। नहीं किसी को खुश किया, नहीं किया अपमान।। नहीं किया अपमान, व्यर्थ ही रंजिश मानें। क्यों कर हुये चुटैल, बात यह प्रभु... Hindi · कुण्डलिया 4 440 Share Jayanti Prasad Sharma 4 May 2020 · 1 min read सुख के रंग सबकी खैर मनाइये रहे न कोई तंग, सबको मनभाया मिले बरसें सुख के रंग। बरसें सुख के रंग सभी जन रहें प्रफुल्लित, नहि मलीन मुख होंय रहें मन में सब... Hindi · कुण्डलिया 3 3 359 Share Jayanti Prasad Sharma 2 May 2020 · 1 min read पोथी पढ़कर पोथी पढ़कर फैंक दी हुआ न कुछ भी ज्ञान। नहीं किया चिंतन मनन सोये चादर तान।। सोये चादर तान नींद में सभी भुलाने। नहि मिल पाया ज्ञान. अकिभी तक रहे... Hindi · कुण्डलिया 3 2 272 Share Jayanti Prasad Sharma 1 May 2020 · 1 min read गले लगाना चूमना गले लगाना चूमना बीते युग की बात, वर्तमान की माँग है नहीं मिलाओ हाथ। नहीं मिलाओ हाथ दूर से दर्शन कीजे, नहि लालच में आय भेंट ही कोई लीजे। हुये... Hindi · कुण्डलिया 5 2 526 Share Jayanti Prasad Sharma 29 Apr 2020 · 1 min read जग दुख का आगार है जग दुख का आगार है, नहीं रोइये रोज। रोना धोना छोड़ कर, सुख के कारक खोज।। सुख के कारक खोज, लगा लत नेक काम की। कर दुखियों की मदद, फिकर... Hindi · कुण्डलिया 3 2 227 Share Jayanti Prasad Sharma 28 Apr 2020 · 1 min read कल्पना रहित कवि कल्पना रहित कवि लगें ज्यों नख रद बिन शेर, भाव हीन कविता लगे शब्दों का एक ढेर। शब्दों का एक ढेर मान नहि वे कवि पाते, बिना कंठ सुर ताल... Hindi · कुण्डलिया 5 1 624 Share Jayanti Prasad Sharma 27 Apr 2020 · 1 min read झूम कर आया सावन सावन सगुन मनाइये झूला झूलौ जाय, पैंग बढ़ाइ लेउ पकड़ बदरा उड़ नहि जाय। बदरा उड़ नहि जाय मेघ बरस पहले यहाँ , फिर चाहौ उड़ जाउ या बरसौ चाहे... Hindi · कुण्डलिया 3 357 Share Jayanti Prasad Sharma 26 Apr 2020 · 1 min read बसंत ठिठुरे थे वो तन गये हुआ शीत का अंत, सोये से तरुवर जगे आया जान बसंत। आया जान बसंत हुई रितु अति सुहावनी, भ्रमर करें गुंजार कलियाँ हुईं लुभावनी। मोहित... Hindi · कुण्डलिया 3 2 422 Share Jayanti Prasad Sharma 25 Apr 2020 · 1 min read घिर घिर बदरा आबते घिर घिर बदरा आबते, बिन बरसें उड़ जांय। नीको जोर दिखावते, पर बरसत हैं नायँ। पर बरसत हैं नायँ, दया नहि दिखलाते हैं। गरजत चमकत खूब, नहीं जल बरसाते हैं।... Hindi · कुण्डलिया 2 489 Share Jayanti Prasad Sharma 23 Apr 2020 · 1 min read डंडे का फंडा डंडा रखिये हाथ में आप सदा श्रीमान, डंडे से ही मिलेगा महामना अधिमान। महामना अधिमान सुनेंगे सभी आपकी, जब तक डंडा हाथ भैंस आपके बाप की। इसी समय लें जान... Hindi · कुण्डलिया 2 2 466 Share Jayanti Prasad Sharma 21 Apr 2020 · 1 min read आँसू आँसू अपने रोक तू आये ना सैलाब, बह जायेंगीं भावना डूबेंगे अनुभाव। डूबेंगे अनुभाव न बचेंगीं संवेदना, विरला होगा विकल किसी की देख वेदना। न कोई होय करुण न कोई... Hindi · कुण्डलिया 2 2 239 Share Jayanti Prasad Sharma 19 Apr 2020 · 1 min read तुमने तो तुमने तो अपने तईं काँटे लीने बोय, वे सोवें चादर तान तू रातों को रोय। तू रातों को रोय चैन पल भर नहि पाती, रोवत कलपत रहति याद जब उनकी... Hindi · कुण्डलिया 2 473 Share Jayanti Prasad Sharma 16 Apr 2020 · 1 min read हराना है कोरोना करोना गंभीर अति जानो यह श्रीमान, लापरवाही आपकी ले ही लेगी जान। ले ही लेगी जान न कमतर इसको आँको, रहो घरों में बंद निकट भूले नहि झाँको। संक्रमितों से... Hindi · कुण्डलिया 2 223 Share