Jay Prakash Nirala 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Jay Prakash Nirala 22 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ ने मुझको दिखलाई है इस संसार को माँ ने मुझमे रग रग भर दी संस्कार को रात को भी माँ जग जग कर दूध पिलाती थी मेरे लिए गीली... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 77 1k Share