KAMLESH KUMAR JOSHI i 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid KAMLESH KUMAR JOSHI i 14 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत रुक जाना, मिट जाना कुदरत में नही किसी का भी बन जाना फितरत में नही भागम भाग मच रही है देखो सब ओर लगता है यहां पर कोई फुरसत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 3 150 Share