जगदीश शर्मा सहज Tag: वर्षागीत 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid जगदीश शर्मा सहज 26 Jun 2024 · 1 min read बादल बरखा कब लाओगे बादल नभ पर कब छाओगे? बोलो कब प्यास बुझाओगे? सूरज ने सोख लिये सागर, ये धरती जल बिन सूखी है, फूलों में भी मकरंद नहीं, जलकुंभी कब से भूखी है।।... Hindi · वर्षागीत 74 Share