JITESH BHARTI CG Tag: माटी 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid JITESH BHARTI CG 17 Jun 2025 · 1 min read ।। मोर घर माटी के ।। ।। मोर घर माटी के ।। मोर घर माटी के सुग्घर सुग्घर हे, चिरिया मन के गीत ह , सियान ल सुहाए दुवार-भीतरी म सुगंध माटी के, नान्हे कोंच के... Chhattisgarhi · Article · Best Hindi · छत्तीसगढ़ी कविता · जितेश भारती · माटी 1 73 Share