Dr. Jitendra Kumar 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Jitendra Kumar 4 Sep 2023 · 2 min read आज की शाम। आज की शाम। दिन भर इंतजार करने के बाद निहित बिस्तर पर कब में लेट गया उसे पता भी ना चला। वह कब से निहारिका का इंतजार कर रहा था... Quote Writer 1 1 267 Share Dr. Jitendra Kumar 4 Sep 2023 · 1 min read *बदलते जज़्बात* जमाने में इंसान को रंग बदलते देखा है। मौका मिलते ही वादों को मरते देखा है। गर दौलत चली जाए जीवन से कभी। इंसान के ज़मीर को इक पल में... Quote Writer 1 1 117 Share