Indu Singh 44 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Indu Singh 3 Jun 2024 · 2 min read प्रहरी (लघुकथा) प्रहरी फौज का नाम सुनते ही हम सब का मन फौजी के प्रति आदर और सम्मान की भावना से भर जाता है। देश के रक्षक के रूप में उनके सेवा,... Hindi 9 Share Indu Singh 1 Jun 2024 · 1 min read वर्दी (कविता) वर्दी के है अनेक प्रकार, वर्दी की है अपनी शान। अनेक रंगों की है ये वर्दी । जो पहने उसकी बढ़ती मान। कुछ वर्दी पहन इतराते हैं कुछ वर्दी पहन... Hindi 19 Share Indu Singh 31 May 2024 · 5 min read बेटा बचाओं देश बचाओं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी जी ने राजस्थान के झुंझुनू से एक योजना को पुरे देश में लागू किए थे । जिसका नाम था ‘बेटी बचाओ, बेटी... Hindi 20 Share Indu Singh 30 May 2024 · 2 min read 'निशात' बाग का सेव (लघुकथा) हमारी जिंदगी का एक यादगार लम्हा था। कश्मीर के “निशात बाग का सेव”। ये कहानी सन् 1982 ई० की है। उस समय आज की तरह कश्मीर का माहौल खराब नहीं... Hindi 1 18 Share Indu Singh 28 May 2024 · 4 min read हम उस पीढ़ी के लोग है हम उस पीढ़ी के लोग हैं जिन्होंने अपने जीवन को हर मुश्किलों में जीते हुए यहाँ तक पहुंचा है। शायद हमारे पूर्वजों ने इसतरह के दिन नहीं देखें होंगे जो... Hindi 1 27 Share Indu Singh 27 May 2024 · 6 min read हमारे बुजुर्ग हमारे बुजुर्ग परिवर्तन प्रकृति का शाश्वत नियम है। यह हर स्थिति में होना ही है। जैसे- एक वस्तु से दूसरी वस्तु में परिवर्तन, प्रकृति में ऋतुओं का परिवर्तन, युद्ध के... Hindi 1 25 Share Indu Singh 27 May 2024 · 1 min read हम हंसना भूल गए हैं (कविता) हम हंसना भूल गए हैं (कविता) अपने आप में इतना उलझ गए हैं कि हम हंसना भूल गए हैं। दूसरों की खुशी देखकर, हम अपने सुख को भूल गए हैं।... Hindi 30 Share Indu Singh 27 May 2024 · 1 min read कानून अंधा है कानून अंधा है कानून अंधा तो पहले से ही था जन साधारण के लिए कानून अंधा और बहरा दोनों है कम पैसा वालों के खातिर और अब कानून अंधा बहरा... Quote Writer 29 Share Indu Singh 26 May 2024 · 2 min read गुरु का महत्व गुरु का महत्व गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वर: । गरु:साक्षात् परब्रह्म, तस्मै श्रीगुरुवे नमः।। पौराणिक समय से ही हमारे देश में गुरु का विशेष महत्व है। गुरु ही शिष्य के जीवन... Hindi 1 25 Share Indu Singh 25 May 2024 · 1 min read आजा आजा रे कारी बदरिया आजा आजा रे कारी बदरिया सुख रही है अब सारी नगरिया इस तरह तू न तरसा जीवनीया अब आजा रे कारी बदरिया। Quote Writer 2 1 22 Share Indu Singh 25 May 2024 · 3 min read हे! प्रभु आनंद-दाता (प्रार्थना) प्रार्थना मनुष्य के मन की समस्त विश्रृंखलित एवं चारों तरफ भटकने वाली प्रवृतियों को एक केन्द्र पर एकाग्रचित करने वाला मानसिक व्यायाम है। प्रार्थना एक ऐसा कवच है जो डर... Hindi 2 34 Share Indu Singh 24 May 2024 · 3 min read शिक्षण और प्रशिक्षण (लघुकथा) सचिव वैद्य गुरु तीन जौं प्रिय बोलहिं भय आस । राज धर्म तन तीनि कर होइ बेगिहीं नास ।। गोस्वामी तुलसी दास जी ने कहा है कि मंत्री, वैद्य और... Hindi · लघु कथा 1 27 Share Indu Singh 23 May 2024 · 3 min read अच्छे लोगों के साथ बुरा क्यों होता है (लघुकथा) सत्य और अच्छे लोगों के साथ ही बुरा क्यों होता है? इस प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने कहाँ था? अच्छे लोगों के साथ ही बुरा... Hindi 3 1 25 Share Indu Singh 22 May 2024 · 2 min read शरद जोशी (एक अनूठे व्यंग्य रचनाकार) शरद जोशी का जन्म 21 मई 1931 को उज्जैन में हुआ था। अपने आप में वे अनूठे व्यंग्य रचनाकार थे। शरद जोशी जी पहले व्यंग्य नही लिखते थे। वे अपनी... Hindi 2 30 Share Indu Singh 21 May 2024 · 5 min read महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारत में आजादी के पहले और आजादी के बाद कई महान सपूत हुए जिन्होंने अपने बूते पर समाज को बदलने की कोशिश की, उन्ही सपूतों में... Hindi 2 30 Share Indu Singh 19 May 2024 · 3 min read ईश्वर के नाम पत्र हे परमेश्वर! चरण कमलों में सादर चरण स्पर्श हे प्रभू! बहुत दिनों से मेरे मन में कुछ विचार आ रहे थे। मन बहुत ही चिंतित और व्याकुल था। मैं अपने... Hindi 1 32 Share Indu Singh 18 May 2024 · 5 min read रामकृष्ण परमहंस भारत एक विशाल देश है। इस देश में अनेक भाषा भाषी, संस्कृति तथा जाति के लोग रहते हैं। यहाँ प्रकृति ने प्राणियों के लिए अनेक सुख सुविधाएँ प्रदान की है।... Hindi 22 Share Indu Singh 17 May 2024 · 6 min read संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान भक्तिकाल को हिन्दी साहित्य का स्वर्णिम काल कहा जाता है। हिन्दी साहित्य में गुरुनानक निर्गुण धारा के ज्ञानश्रयी शाखा से संबंधित थे। भक्तिकाल के साहित्य का उद्देश्य सर्वउत्थान था। उनकी... Hindi 32 Share Indu Singh 16 May 2024 · 1 min read अपना-अपना भाग्य अपना-अपना भाग्य बच्चे को जन्म मां देती है भाग्य भगवान लिखता है ऐसा क्यों? भाग्य लिखने का अधिकार मां को ही मिलना चाहिए था। Quote Writer 2 26 Share Indu Singh 16 May 2024 · 3 min read महिला खिलाड़ी "न तो हारना जरुरी है, न तो जितना जरुरी है, जीवन एक खेल है, सिर्फ खेलना जरुरी है।" किसी भी सफलता को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प... Hindi 23 Share Indu Singh 15 May 2024 · 4 min read हनी गर्ल बनी 'यूनिसेफ' गर्ल अपने इरादों का इम्तिहान है बाकी, जिंदगी की असली उड़ान है बाकी। अभी तो मापी है मुट्ठी भर जमीं हमने, आगे तो पूरा असमान है बाकी।। “आँखों में सपने और... Hindi 19 Share Indu Singh 14 May 2024 · 1 min read अक्सर मां-बाप अक्सर मां-बाप दोषी हो जाते है जब बच्चे अपने जिंदगी के फैसले खुद लेने लगते है। धन्यवाद Quote Writer 27 Share Indu Singh 14 May 2024 · 4 min read भविष्य के सपने (लघुकथा) एक दिन हिन्दी की एक शिक्षिका दशवीं कक्षा में हिन्दी पढ़ा रही थी। आने वाले कुछ महीनों बाद वार्षिक परीक्षा होने वाली थी। पाठ समाप्त करने के पश्चात् शिक्षिका ने... Hindi 21 Share Indu Singh 13 May 2024 · 1 min read हे ! अम्बुज राज (कविता) हे! अम्बुज राज कहाँ छिपे हो मानव धरा पर प्यासी है गाँव-गाँव और शहर-शहर लोगों में बढ़ी बेचैनी है हे! अम्बुज राज ..... लोग हैं प्यासे धरा है प्यासी बाग-बगीचे,... Hindi · कविता 29 Share Indu Singh 12 May 2024 · 3 min read पंडिताइन (लघुकथा) सब कहते हैं कि जोड़ियाँ भगवान के घर से ही बन कर आती है। पता नहीं यह कहाँ तक सत्य है। कुछ कहना बड़ा ही मुश्किल है। सच में कुछ... Hindi 21 Share Indu Singh 11 May 2024 · 2 min read संगाई (भू-श्रंगी हिरण) संगाई यह भारत के मणिपुर में पाया जाने वाला एक मृग-हिरण है। यह हिरण केवल मणिपुर में ही पाया जाता है। यह मणिपुर का ‘राज्य पशु’ भी है। पहले यह... Hindi · आलेख 1 22 Share Indu Singh 3 May 2024 · 1 min read लौट जायेंगे हम (कविता) जी को उदास न कीजिए, जी भर के जीना सीखिए। छोड़िये उलाहना देना औरों को, बस धन्यवाद दीजिए। गुजरिए जिन रास्तों से होकर, प्यारा सा संदेश दीजिए। देख कर हर... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 1 33 Share Indu Singh 2 May 2024 · 2 min read अच्छे कर्मों का फल (लघुकथा) कहा गया है कि माता-पिता के कर्मो का फल बच्चे को मिलता है। यह कहानी ब्रिटेन के स्कॉटलैंड में रहनेवाले फ्लेमिंग नामक एक गरीब किसान की है। फ्लेमिंग एक दिन... Hindi · लघु कथा 1 34 Share Indu Singh 30 Apr 2024 · 1 min read मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की मैं कुछ की नजरों से बच कर रहना चाहती हूं जो पहचाते है बस वे ही पहचाते रहे इतना ही काफी है जीने के... Hindi · Attitude Quotes · Quote Writer 1 47 Share Indu Singh 29 Apr 2024 · 1 min read मिथ्या सत्य (कविता) सत्य और मिथ्या दो है भाई, दोनों में थी हुई लड़ाई । साथ कभी ना रह सकते, क्योंकि दोनों की सोच अलग थी। कभी एक आगे बढ़ जाता, और दूसरा... Hindi · कविता 1 41 Share Indu Singh 28 Apr 2024 · 2 min read दिलचस्प (लघुकथा) सन् 1994 की बात है, उस समय हमारे देश के राष्ट्रपति श्री शंकर दयाल शर्मा जी थे। अधिकारिक यात्रा पर वे मस्कट गए थे। उस समय एयर इण्डिया में तीन... Hindi · लघु कथा 32 Share Indu Singh 27 Apr 2024 · 1 min read आनन ग्रंथ (फेसबुक) आनन ग्रंथ (फेसबुक) मिडिया पर आई एक नई किताब, नाम हैं जिसका आनन ग्रंथ (फेसबुक)। यह आनन ग्रंथ निराला है, लगता सबको प्यारा है। लॉग इन करके मित्र बनाते, और... Quote Writer 30 Share Indu Singh 27 Apr 2024 · 2 min read पल्लू की गरिमा (लघुकथा) पल्लू की गरिमा (लघुकथा) ‘पर्दा’ अरबी भाषा का शब्द है। जिसका अर्थ होता है, ‘ढकना’। ‘बुर्का’ भी एक तरह से घूँघट ही है, जिसे मुस्लिम समुदाय की महिलाएँ और लडकियाँ... Hindi · लघु कथा 1 2 35 Share Indu Singh 26 Apr 2024 · 1 min read गांव तो गांव होना चाहिए गांव तो गांव होना चाहिए नदियां, पोखर और तालाब होना चाहिए बुजुर्ग बरगद बाबा की सेवा होनी चाहिए हर डाल पर गिलहरियों का बसेरा होना चाहिए सभी परिंदों की भी... Hindi · कविता 1 36 Share Indu Singh 25 Apr 2024 · 1 min read जिन स्वप्नों में जीना चाही जिन स्वप्नों में जीना चाही वे स्वप्न बिखर गए। दिल के अरमान आंसू बन बह गए। राह कौन सी अपनाऊं यह सोच थक गई। देख दुनिया में भीड़ को जीने... Quote Writer 29 Share Indu Singh 25 Apr 2024 · 1 min read समय (कविता) समय-समय की बात है समय बड़ा ही हैं बलवान। समय के आगे सब कोई हारा चाहे दुर्बल हो या पहलवान। समय बदलता रहता सबका चाहे गरीब हो या धनवान। बदला... Hindi · कविता 23 Share Indu Singh 23 Apr 2024 · 1 min read इस तरफ न अभी देख मुझे इस तरफ न अभी देख मुझे मैं कविता की शब्दों को संवार लूं मेरा हर शब्द हो आईना उसे आईने में उतार लूं। Quote Writer 2 1 43 Share Indu Singh 23 Apr 2024 · 1 min read दर्दों का कारवां (कविता) दर्दों का करवां साथ चलता ही रहा आंखें नम हुई दिल थम सा गया अब इतना भी दर्द न दे ऐ ज़िन्दगी कि हिसाब भी इसका कर न सकूं कुछ... Hindi · कविता 2 2 21 Share Indu Singh 22 Apr 2024 · 1 min read हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ मुस्कुराकर दर्द सह लेती हूँ रात गम में गुजार लेती हूँ दिल को कैसे समझाऊं? सुनते तो सब हैं मुझे अपनी बात को कैसे बताऊँ?... Quote Writer 1 45 Share Indu Singh 19 Apr 2024 · 1 min read वर्दी (कविता) वर्दी (कविता) वर्दी के है विभिन्न प्रकार, सब वर्दियों की अपनी शान। अनेक रंगों कि वर्दी हमारी, विभिन्न रुपों में बदली हैं। वर्दी की है शान निराली जो पहने उसकी... Hindi · कविता 1 28 Share Indu Singh 19 Apr 2024 · 1 min read जय श्रीराम जय श्रीराम मेरी सोच से आज के समय में सभी व्यक्ति सुख साधन से संपन्न और भाग्यशाली हैं। लेकिन, अति सौभाग्यशाली वे हैं, जिनके पास 'भोजन के भूख हो' नींद... Quote Writer 1 42 Share Indu Singh 18 Apr 2024 · 1 min read परछाई (कविता) *परछाईं (कविता* ) जबसे हमने होश सम्भाला, तब से मैं उसे देख रही हूँ कभी देखकर दुखी हो जाती, कभी देख खुश हो जाती हूँ पता नही वो कौन है?... Hindi · कविता 1 1 42 Share Indu Singh 18 Apr 2024 · 1 min read देखे भी तो कैसे? (कविता) *देखे भी तो कैसे? (कविता)* वीरान बस्ती में अब जिए भी तो कैसे? बंजर हो गई है मिट्टी बीज अब बोये भी तो कैसे? फूलों से चोट खाकर बिखर गए... Hindi 1 34 Share Indu Singh 17 Apr 2024 · 1 min read सफ़र जिंदगी का (कविता) *सफ़र जिंदगी का (कविता)* आज एक झलक देखी मैंने अपनी जिंदगी को उससे पूछी ऐ जिंदगी! अभी तक जो मैंने जिया, क्या वही थी मेरी जिंदगी? थोड़ी रुक कर बोली,... Hindi 1 1 45 Share