हिमकर श्याम Tag: दोहा 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid हिमकर श्याम 29 Oct 2016 · 1 min read जगमग हो परिवेश चकाचौंध में खो गयी, घनी अमावस रात। दीप तले छुप कर करे, अँधियारा आघात।। दीपों का त्यौहार यह, लाए शुभ सन्देश। कटे तिमिर का जाल अब, जगमग हो परिवेश।। ज्योति... Hindi · दोहा 399 Share हिमकर श्याम 28 Oct 2016 · 1 min read मिटे भेद विकराल सज धज कर तैयार है, धनतेरस बाजार। महँगाई को भूल कर, उमड़े खरीददार।। सुख, समृद्धि, सेहत मिले, बढ़े खूब व्यापार। घर, आँगन रौशन रहे, दूर रहे अँधियार।। कोई मालामाल है,... Hindi · दोहा 562 Share हिमकर श्याम 26 Oct 2016 · 1 min read माटी का दीपक बने, दीप पर्व की शान चाक घुमा कर हाथ से, गढ़े रूप आकार। समय चक्र ऐसा घुमा, हुआ बहुत लाचार।। चीनी झालर से हुआ, चौपट कारोबार। मिट्टी के दीये लिए, बैठा रहा कुम्हार।। माटी को... Hindi · दोहा 1 803 Share हिमकर श्याम 15 Oct 2016 · 1 min read नेह लुटाती चाँदनी शीतल, उज्जवल रश्मियाँ, बरसे अमृत धार। नेह लुटाती चाँदनी, कर सोलह श्रृंगार।। शरद पूर्णिमा रात में, खिले कुमुदनी फूल। रास रचाए मोहना, कालिंदी के कूल।। सोलह कला मयंक की, आश्विन... Hindi · दोहा 747 Share हिमकर श्याम 10 Oct 2016 · 1 min read विजय पर्व पर कीजिए, पापों का संहार जगत जननी जगदम्बिका, सर्वशक्ति स्वरूप। दयामयी दुःखनाशिनी, नव दुर्गा नौ रूप।। शक्ति पर्व नवरात्र में, शुभता का संचार। भक्तिपूर्ण माहौल से, होते शुद्ध विचार ।। जयकारे से गूंजता, देवी का... Hindi · दोहा 1 2 306 Share हिमकर श्याम 14 Sep 2016 · 1 min read हिंदी अपनी शान हो आज़ादी बेशक़ मिली, मन से रहे गुलाम। राष्ट्रभाषा पिछड़ गयी, मिला न उचित मुक़ाम।। सरकारें चलती रहीं, मैकाले की चाल। हिंदी अपने देश में, उपेक्षित बदहाल।। निज भाषा को छोड़कर,... Hindi · दोहा 2 527 Share