हिमांशु Kulshrestha Tag: Quote Writer 142 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next हिमांशु Kulshrestha 4 Apr 2024 · 1 min read ग़र हो इजाजत ग़र हो इजाजत छोटी सी एक गुस्ताखी कर लें जो आओ तुम ख्वाबों में मेरे हम तुम्हें अपनी बाहों में भर लें हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 86 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Apr 2024 · 1 min read शायद ... शायद ... तुम्हें याद भी ना रहे कोई तुम्हे शिद्दत से चाहता था जीता था तुम्हारे लिए दिल ग़र धड़कता था तो तुम्हारे लिए धड़कता था ...!! होगा फ़िर कुछ... Quote Writer 60 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Apr 2024 · 1 min read वो जहां वो जहां अख़िरी साँस रहा करती है, सीने में कहीँ !! वहीँ मैंने खमोशी से रख लिया है तुम्हें!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 45 Share हिमांशु Kulshrestha 31 Mar 2024 · 1 min read गुलाबी शहतूत से होंठ गुलाबी शहतूत से होंठ जिनसे.. एक एक शब्द प्रेम से पगा ऐसे स्फुटित होता था सैकड़ों गुलमोहर जैसे एक साथ झर रहे हों वो शिद्दत से याद आ रही है... Quote Writer 72 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Mar 2024 · 1 min read प्यार के प्यार के मायने बदल गए कुछ तुम बदले कुछ हम बदल गए कुछ इस तरह जैसे मौसम के फ़साने बदल गए हर पल.. आदत जब हो गयी गुफ्तुगू की तब... Quote Writer 84 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Mar 2024 · 1 min read राहों में राहों में यूँ ही चलते चलते एक दिन तुम मिल गईं थीं मुझे मैं आज भी तुम्हारी तलाश में भटक रहा हूँ वहीं कहीँ सोचता हूँ कहीं वो मेरा ख़्वाब... Quote Writer 81 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Mar 2024 · 1 min read मैं लिखूंगा तुम्हें मैं लिखूंगा तुम्हें और बेहिसाब लिखूंगा महज चंद अशआर नहीं पूरा एक दीवान लिखूंगा तुम जो ये सोचती हो कि भूल जाऊंगा मैं बस एक वहम है तुम्हारा बेहद चाहा... Quote Writer 1 72 Share हिमांशु Kulshrestha 26 Mar 2024 · 1 min read ख़ामोश सा शहर ख़ामोश सा शहर और गुफ़्तगू की आरज़ू, किससे करें बात, कोई बोलता ही नही… हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 43 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Mar 2024 · 1 min read रंगीन हुए जा रहे हैं रंगीन हुए जा रहे हैं ख्यालात सारे महक उठी है हवाएँ तेरे रुखसार को रंगने की हसरतें मचलने लगी है फाल्गुन की दस्तक फ़िजा में घुल रही है शायद हिमांशु... Quote Writer 59 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Mar 2024 · 1 min read उसका आना उसका आना और आ कर चले जाना मज़ाक सा लगता है तुम्हारा बेतकल्लुफ हो जाना बस, अब हादसा सा लगता है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 47 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Mar 2024 · 1 min read संन्यास के दो पक्ष हैं संन्यास के दो पक्ष हैं प्रेम और ध्यान... जहां संन्यास है, वहीं प्रेम है, वहीं ध्यान है ध्यान का अर्थ है अकेले में आनंदित होना एकांत में भी रसमग्न हो... Quote Writer 90 Share हिमांशु Kulshrestha 21 Mar 2024 · 1 min read तुम रूबरू भी तुम रूबरू भी न हो तो क्या तसव्वुर में बना लेता हूँ आँखे तुम्हारी और, नशा उनका ढाल कर लफ्जों में गज़ल बना लेता हूँ मैं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 76 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Mar 2024 · 1 min read तुम्हारे तुम्हारे जाने का कुछ ऐसा असर हुआ मुझ पर, ढूंढ़ते ढूंढ़ते तुम को ख़ुद को भी खो बैठे हम !!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 74 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Mar 2024 · 1 min read भेज भी दो भेज भी दो इश्क़ थोड़ा सा बिन तुम्हारे बेहद तन्हा हो गए हैं हम हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 61 Share हिमांशु Kulshrestha 18 Mar 2024 · 1 min read ज़ेहन से ज़ेहन से हटती कब है तस्वीर तुम्हारी... ख्वाब,ख्याल, तसव्वुर ख़ामोशी, तन्हाई या महफ़िल कुछ भी तो नहीं तुमसे खाली... हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 58 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Mar 2024 · 1 min read इश्क़ में इश्क़ में वफादारी के ज़माने अब कहाँ अब वफ़ा महज़ किस्से, किताबों में मिलती है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 57 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Mar 2024 · 1 min read उसकी सुनाई हर कविता उसकी सुनाई हर कविता कानों में पिघलते शीशे सी महसूस हो रही है , हर लफ्ज़ बेमानी लग रहा है बड़े ईमान से सुनाया था उसने हर वो कसम ठगा... Quote Writer 67 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Mar 2024 · 1 min read प्यार के प्यार के मायने बदल गयें हैं कुछ तुम बदले कुछ हम बदल गए कुछ इस तरह जैसे मौसम के फ़साने बदल गयें हैं हर पल.. आदत जब हो गयी गुफ्तुगू... Quote Writer 68 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Mar 2024 · 1 min read स्याह एक रात स्याह एक रात धुंध तेरी यादों की आँखों में नींद और नींद में भीड़ तेरे ख्वाबों की हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 106 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Mar 2024 · 1 min read तुम मेरी तुम मेरी गलतियों का इतनी शिद्दत से तबसरा क्यों करती हो बस मुझे इतना ही बता दो तुम कबूल क्या क्या करना है मुझे ... हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 148 Share हिमांशु Kulshrestha 9 Mar 2024 · 1 min read महफ़िल जो आए महफ़िल जो आए तो कुछ सुनाना पड़ता है; छुपाना होता है ग़म मुस्कुराना पड़ता है; बड़ा अजीब सा वक़्त है अब हम भी अज़ीज़ थे कभी उन्हें याद दिलाना पड़ता... Quote Writer 97 Share हिमांशु Kulshrestha 8 Mar 2024 · 1 min read कहते हैं लोग कहते हैं लोग मैं दर्द लिखता हूँ मिले हैं जो तजुर्बे ज़माने से उन्हें मैं बस अल्फाज़ देता हूँ हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 70 Share हिमांशु Kulshrestha 6 Mar 2024 · 1 min read कितनी मासूम कितनी मासूम सी ज़िद थी उनकी इश्क़ तो करो उनसे पर, उम्मीद ए वफ़ा नहीं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 71 Share हिमांशु Kulshrestha 5 Mar 2024 · 1 min read रंगों में भी रंगों में भी वो रंग कहाँ जो रंग बदलने वालों के रंग में है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 124 Share हिमांशु Kulshrestha 5 Mar 2024 · 1 min read प्रेम क्या है... प्रेम क्या है... एक विश्वास, एक निरंतर साधना ऐसी साधना जिसमें हो एकनिष्ठता की भावना ऐसी भावना जिसमें समर्पण की आकांक्षा हो ऐसी आकांक्षा जो निश्छल प्रेम का आधार हो.... Quote Writer 84 Share हिमांशु Kulshrestha 4 Mar 2024 · 1 min read एक लड़का, एक लड़का, उसे अच्छा लगता था इंतज़ार करना एक लड़की, जो कभी आई नहीं लड़का, इश्क़ में था लड़की, अपने गुरूर में. हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 136 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Mar 2024 · 1 min read आ जाओ आ जाओ फिर से मेरे खयालो में ..... कुछ बातें करतें हैं...... कल जहाँ ख़तम हुई थी .... वहीं से शुरुआत करते हैं..... हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 83 Share हिमांशु Kulshrestha 2 Mar 2024 · 1 min read सुनो... सुनो... ज़ख्म तो हैं, भर भी जायेंगे हाँ, तन्हा भी हूँ, और है दर्द भी पर...... मैं ठीक हूॅं, तुम मेरी फ़िक्र.. मेरा ज़िक्र मत करना हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 113 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Mar 2024 · 1 min read इश्क़ इश्क़ कमाल हैं ये ढाई अक्षर, किसी को है मयस्सर तो किसी के लिए बस ख्वाब हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 105 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Feb 2024 · 1 min read किस क़दर गहरा रिश्ता रहा किस क़दर गहरा रिश्ता रहा तेरा मेरी तन्हाइयों से, जितने करीब रहे तुम मेरे उतना ही तन्हा मैं होता गया. हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 87 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Feb 2024 · 1 min read एक ज़िद थी एक ज़िद थी जो टूट गई खुशनुमा हुआ करती थी शाम, जो खो गई एक साथ था मनभावन वो छूट गया एक राह चलना चाहते थे जो हम साथ साथ... Quote Writer 1 70 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Feb 2024 · 1 min read एक समय के बाद एक समय के बाद इंसान सब कुछ छोड देता है किसी से रूठना, किसी को मनाना दिल इतना भावशून्य हो जाता है कोई बात करे तो ठीक और ना भी... Quote Writer 83 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Feb 2024 · 1 min read यूँ ही नही लुभाता, यूँ ही नही लुभाता, कोई किसी को, कोई बात तो है तुझमे, जो मेरे दिल को भा गई है। हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 107 Share हिमांशु Kulshrestha 26 Feb 2024 · 1 min read आग से जल कर आग से जल कर फ़िर आग को छूने की कोशिश की है एक बार फिर जीने की कोशिश की है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 101 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Feb 2024 · 1 min read अजीब सी चुभन है दिल में अजीब सी चुभन है दिल में टुकड़े टुकड़े हो रहा हूँ मैं तुम्हें जो हमारी ज़रूरत नहीं हम ख़ुश है अपनी ख़ुदी में मेहरबानी की ज़रूरत नहीं तुम्हें क्यूँ लगता... Quote Writer 97 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Feb 2024 · 1 min read चलिये उस जहाँ में चलते हैं चलिये उस जहाँ में चलते हैं जहाँ रिश्तों का नाम न हो न हो दिल के धड़कने पर बंदिश कोई न ख्वाब देखने से कोई इल्ज़ाम हो हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 96 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Feb 2024 · 1 min read रात का रक्स जारी है रात का रक्स जारी है दिल को तुमसे मिलने की उम्मीद बाकी है, आसमाँ की आँखों में दिया बन कर सितारों का टिमटिमाना जारी है रक्स कर रही रोशनी चाँद... Quote Writer 1 100 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Feb 2024 · 1 min read देख कर उनको देख कर उनको ख्वाबों में ही मुस्कराते है मरीज़ ए इश्क़ है, रोग दिल का बहुत पुराना है नज़र तो मिलाते हैं उन से डरते है डूब ना जाएं उनकी... Quote Writer 1 139 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Feb 2024 · 1 min read ये जो मेरी आँखों में ये जो मेरी आँखों में अश्कों का समंदर है मिट्टी के पुतलों पे भरोसे की सज़ा है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 136 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Feb 2024 · 1 min read एक ही दिन में पढ़ लोगे एक ही दिन में पढ़ लोगे क्या मुझे, मैंने ख़ुद को लिखने में कई साल लगायें हैं. हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 155 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Feb 2024 · 1 min read कोरे कागज़ पर कोरे कागज़ पर आओ दिल के जज़्बात लिखते हैं चलो एक और बार ख़त लिखते हैं भूल गए थे जिन राहों को बन कर हमसफर आओ उन पर इक बार... Quote Writer 94 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Feb 2024 · 1 min read मेरी आँखों में देखो मेरी आँखों में देखो एक दर्द है, मुस्तकिल बस गया है इनमें चेहरे का क्या हर घड़ी मुस्कराता है ये हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 131 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Feb 2024 · 1 min read तड़पता भी है दिल तड़पता भी है दिल तो कभी बहकता भी है दिल तुझ को क्यों खुदा समझता है ये दिल महक महक उठती हैं साँसे धड़क उठता है दिल समेटना चाहे तुझे... Quote Writer 88 Share हिमांशु Kulshrestha 18 Feb 2024 · 1 min read तुम्हारे लिए तुम्हारे लिए मेरा प्रेम... अनुत्तरित यद्यपि, फिर भी एक अद्भुत एहसास.. एक अलौकिक, संपूर्ण, शाश्वत मुक्कमल इंतजार इस जन्म से उस जन्म तक फिर भी.. बस प्यार.. और सिर्फ प्यार........ Quote Writer 78 Share हिमांशु Kulshrestha 17 Feb 2024 · 1 min read प्रेम में राग हो तो प्रेम में राग हो तो प्रेम नर्क बन जायेगा ! प्रेम में आसक्ति हो प्रेम पिंजरा बन जाएगा प्रेम में दोनों ही सम्भावनाएँ हैं ! प्रेम के साथ कामना और... Quote Writer 145 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Feb 2024 · 1 min read प्रेम जब निर्मल होता है, प्रेम जब निर्मल होता है, निर्दोष होता है, निराकार होता है; जब हम प्रेम में सिर्फ देते हैं, माँगते नहीं; तब प्रेम दान होता है--- प्रेम सम्राट समान होता है,... Quote Writer 133 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Feb 2024 · 1 min read होठों को रख कर मौन होठों को रख कर मौन बातेँ आँखों से आँखों की होने दो बहुत पावन है प्रेम प्रिये रूह से रूह का आलिंगन होने दो जिस्मों की ख्वाहिश रखें क्यूँ धड़कन... Quote Writer 88 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Feb 2024 · 1 min read एक गुलाब हो एक गुलाब हो ख़ुद तुम... मदमस्त, मरमरी मल्लिका ए हुस्न फ़ूल सी कोमल सुगन्धित इत्र सी कामिनी, गजगामिनी मोहिनी, माधुरी मनमोहिनी हो तुम प्रिया हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 120 Share हिमांशु Kulshrestha 13 Feb 2024 · 1 min read आज तू नहीं मेरे साथ आज तू नहीं मेरे साथ तो क्या तेरा वज़ूद आज भी हमराह है मेरा शाम की ख़ामोशियों में आज भी सुनता हूँ सरगोशिया अक्सर जिनमें तेरा ज़िक्र होता है डूबता... Quote Writer 1 134 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Jan 2024 · 1 min read ये अलग बात है ये अलग बात है अब तुम नहीं, तुम्हारी परछाइयां हैं मेरी हमसफर...... आज भी उम्मीद को थाम कर बैठा हूं अपने नशेमन में, आ जाओ शायद एक दिन, उस एक... Quote Writer 74 Share Previous Page 2 Next