हिमांशु Kulshrestha Tag: Quote Writer 136 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid हिमांशु Kulshrestha 15 Jun 2024 · 1 min read भूलना.. भूलना.. बेहद मुश्किल होता है महज एक इंसान को नहीं उसके साथ भूलना होता है एक दौर.. साथ जिये गए पल, चंद खूबसूरत यादें, कभी खत्म न होने वाली बातें,... Quote Writer 10 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Jun 2024 · 1 min read समन्दर से भी गहरी समन्दर से भी गहरी आंखे तेरी... उनमें डूबता उबरता सा मैं ख्वाब हो या हो ख्वाहिश तुम्हारी उनमें मुब्तिला रहा मैं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 10 Share हिमांशु Kulshrestha 13 Jun 2024 · 1 min read ज़रा सा इश्क ज़रा सा इश्क तुम्हें भी मुबारक हो, ए हुस्न, आख़िर सारी शिकायतें मेरे ही सर हों मोहब्बत में ऐसी कोई रवायत तो नहीं....!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 15 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2024 · 1 min read अपने सपनों के लिए अपने सपनों के लिए जीते हैं ज़िंदगी फ़िर.. आता है एक वक्त जब सपना हो जाती है ज़िन्दगी.....!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 19 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Jun 2024 · 1 min read कभी उलझन, कभी उलझन, कभी गुस्सा कभी गलतफहमी में रहती हो जो जगह दी थी तुम्हें दिल में वो कम थी क्या जो हर बार लड़ने को तैयार रहती हो हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 16 Share हिमांशु Kulshrestha 10 Jun 2024 · 1 min read यूँ तो बिखरे हैं यूँ तो बिखरे हैं हज़ारों हजार रंग आसमाँ में मेरी दुनियाँ में बिखेरे थे जो रंग तुमने, पूरी कायनात में मुझे नज़र कहीं आते नहीं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 18 Share हिमांशु Kulshrestha 9 Jun 2024 · 1 min read चलो चलो बिखरने देते हैं जिन्दगी को जो बिखरती जा रही है रेत की तरह सम्हालना चाहें भी तो सम्हाले कैसे हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 20 Share हिमांशु Kulshrestha 8 Jun 2024 · 1 min read इक ऐसे शख़्स को इक ऐसे शख़्स को उम्मीद से देखना, जो कभी था ही नहीं हमारा हम उन्हें याद करके पहरों रोएँ भी तो कब तक सब्र भी साथ दे कब तक हमारा... Quote Writer 18 Share हिमांशु Kulshrestha 7 Jun 2024 · 1 min read दिल में मेरे दिल में मेरे जब भी कुछ ख्याल आते हैं कुछ मेरे कुछ तुम्हारे आते हैं ग़ज़ब तो देखो एक पौधा लगाया था गुलाब का मैंने उसमें भी फूल कुछ तुम्हारे,... Quote Writer 1 20 Share हिमांशु Kulshrestha 6 Jun 2024 · 1 min read काश ये काश ये खूबसूरत पल यही ठहर जाएं हो न परवाह जमाने की आओ, एक दूजे में सिमट जाएं आने वाली घड़ियों में फिर ... जाने क्या लिखा हो... चलो, बुन... Quote Writer 17 Share हिमांशु Kulshrestha 5 Jun 2024 · 1 min read कम से कम.. कम से कम.. इतना सुकून तो है मुझे न चेहरा बदला मैंने न फ़ितरत अपनी न होश खोया कभी न नीयत बदली मुश्किलें आयीं तमाम यूँ तो दौर ए जिंदगी... Quote Writer 19 Share हिमांशु Kulshrestha 4 Jun 2024 · 1 min read हिलोरे लेता है हिलोरे लेता है ग़म का समंदर मेरे भीतर कचोट रहे हैं तेरी यादों के खंजर मेरे भीतर भूल कर सब कुछ महज़ एक ख़ामोश झील सा हो गया हूँ मैं... Quote Writer 20 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Jun 2024 · 1 min read दूर दूर तक दूर दूर तक तेरी यादों का छोर नहीं मिलता बहुत तलाशा तुझ सा कोई और नहीं मिलता ख्वाबों और ख्वाहिशों में बस एक तू ही तो है तुझ में खो... Quote Writer 22 Share हिमांशु Kulshrestha 31 May 2024 · 1 min read जो तू नहीं है जो तू नहीं है तो कुछ भी नहीं है महज़ चलना साँसों का ज़िन्दगी नहीं है बेशक जल रहे हैं चिराग़ महफिल में ग़र तू नहीं तो रोशनी नहीं है... Quote Writer 1 25 Share हिमांशु Kulshrestha 29 May 2024 · 1 min read आज फ़िर एक आज फ़िर एक ख्वाहिश जगी ख़ुद को जान लेने की और, बस हमने ख़ुद से दोस्ती कर ली हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 29 Share हिमांशु Kulshrestha 28 May 2024 · 1 min read वफ़ा और बेवफाई वफ़ा और बेवफाई की बहस से परे, मोहब्बत की उबड़ खाबड़ तंग गालियों के लंबे सफ़र के बाद चाही अनचाही शिकवे शिकायतों की लंबी फ़ेहरिस्त से रूबरू होते इश्क़ की... Quote Writer 2 34 Share हिमांशु Kulshrestha 27 May 2024 · 1 min read तुम्हारे साथ, तुम्हारे साथ, तुम्हारे पास होने की कैफ़ियत भी क्या अजीब थी छूने से तुम्हें महरूम हुआ करे यूँ तो तुम बेहद करीब थीं हिमांशु KULSHRESTHA Quote Writer 34 Share हिमांशु Kulshrestha 26 May 2024 · 1 min read वो एक शाम वो एक शाम जब आभासी दुनिया के फ़लक पर, पहली बार देखा तुम को अच्छा लगा था बरसों की खामोशी के बाद दिल ने चाहा कुछ शब्दों को बुनना, चुन... Hindi · Quote Writer 28 Share हिमांशु Kulshrestha 25 May 2024 · 1 min read अंधेरा कभी प्रकाश को नष्ट नहीं करता अंधेरा कभी प्रकाश को नष्ट नहीं करता केवल प्रकाश को परिभाषित करता है अंधेरे को लेकर हमारे दिल का डर ही हमारी खुशियों को छाया में ढाल देता है हिमांशु... Quote Writer 2 27 Share हिमांशु Kulshrestha 5 May 2024 · 1 min read मैने वक्त को कहा मैने वक्त को कहा रुक जा उन लम्हों में जो कभी मेरे थे चल वापिस उन घड़ियों में जिन्हें फिर जीना चाहता हूं एक और जिंदगी... कुछ भूल सुधारनी है... Quote Writer 30 Share हिमांशु Kulshrestha 4 May 2024 · 1 min read क्या हिसाब दूँ क्या हिसाब दूँ उन रातों का जो तेरे इन्तिज़ार में गुज़र गयी हमने सोचा था अब जल्द होगा सवेरा रात ही हरजाई थी तेरी यादों के साथ ठहर गई हिमांशु... Quote Writer 41 Share हिमांशु Kulshrestha 3 May 2024 · 1 min read तन्हाई में अपनी तन्हाई में अपनी जो तुम्हें दर्द का एहसास हो आवाज़ लगा लेना मुझे रहे ख्याल हाथ तुमने छोड़ा था हम आज भी है तेरे इंतजार में हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 42 Share हिमांशु Kulshrestha 3 May 2024 · 1 min read बड़ा काफ़िर बड़ा काफ़िर है ये इश्क़ रोके जुबां को तो आंखों से झलक जाता है बड़ा काफिर है ये इश्क़ इसे सब्र कहां आता है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 49 Share हिमांशु Kulshrestha 2 May 2024 · 1 min read कैसा अजीब है कैसा अजीब है ये एहसास लगता है कभी जिन्दगी पूरी जी ली हो जैसे फ़िर लगता है कभी अभी तो जिन्दगी शुरू की ही नहीं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 47 Share हिमांशु Kulshrestha 1 May 2024 · 1 min read ख़ता हुई थी ख़ता हुई थी जो ज़ख्म अपने दिखा दिए उन्हें वफ़ा उन्होंने भी की नमक छिड़क के उन पे हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 44 Share हिमांशु Kulshrestha 30 Apr 2024 · 1 min read आया जो नूर हुस्न पे आया जो नूर हुस्न पे अदा आई, ग़ुरूर आया वफ़ा तो आयी नहीं आई पर्देदारियां हज़ारों आफ़तें ले कर उस पर ये शबाब आया....!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 51 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Apr 2024 · 1 min read इश्क चख लिया था गलती से इश्क चख लिया था गलती से जुबाँ पे आज भी दर्द के छाले हैं!!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 56 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Apr 2024 · 1 min read किस कदर किस कदर सुकून है इस मिट्टी के आगोश में जो समाया इसमे लौट कर फ़िर आया कहाँ इस बेदर्द दुनियाँ में हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 41 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Apr 2024 · 1 min read तुम तुम चंचल, सुकोमल सुनयना, सुकुमार कैसे बिताई रात मीठी नींद में सपनों में रात क्या देखा तुमने कुछ याद भी रहा क्या तुमको? गहरी नींद का मधुर कोई सपना देखा... Quote Writer 44 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Apr 2024 · 1 min read एक अधूरे सफ़र के एक अधूरे सफ़र के हमराह थे वो उनके जाने का गिला क्या शिकवा क्या हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 33 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Apr 2024 · 1 min read उन्हें हद पसन्द थीं उन्हें हद पसन्द थीं और एक हम थे जो बेहद हो गए हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 33 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Apr 2024 · 1 min read किस कदर किस कदर तड़प तड़प के गुज़ारी है तन्हा तमाम रात किस्सा ए दिल उन्हें भी सुना लूँ तो क़रार आए हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 30 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Apr 2024 · 1 min read सुना था, सुना था, कभी किसी से जो देर से मिलते हैं वो दूर तक साथ चलते हैं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 55 Share हिमांशु Kulshrestha 21 Apr 2024 · 1 min read अगर प्रेम है अगर प्रेम है तो हो, इस क़दर समर्पण जिसमें पाने की चाह नहीं, लेकिन ख़ुद को समर्पित कर देने का जुनून ना पाने की फ़िक्र न खोने की चिंता, बस... Quote Writer 42 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Apr 2024 · 1 min read धड़कनें जो मेरी थम भी जाये तो, धड़कनें जो मेरी थम भी जाये तो, तुम अब वापस मत आना !! जहां पर बसा रखा था तुम्हें वहां सब्र को बसा लिया है मैंने !! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 42 Share हिमांशु Kulshrestha 18 Apr 2024 · 1 min read इतना आसान होता इतना आसान होता तो... हर कोई कर लेता प्रेम कितने ही अंतर्द्वंदों, सामाजिक बेड़ियों, अनगिनत रूढ़ियों को दरकिनार कर... प्रस्फुटित होता है... प्रेम मानो बंजर पड़ी धरती पर बखेर कर... Quote Writer 49 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Apr 2024 · 1 min read एक एक अरसा हुआ ख़ुद को ख़ामोशियों में दफ़्न कर लिया है मैंने अब हूँ सुकून में ख़ुद को शिद्दत से जी लिया करता हूँ मैं !!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 41 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Apr 2024 · 1 min read खैरात में मिली खैरात में मिली ख़ुशी हमें पसंद नहीं हम तो गम में भी नवाबों की तरहे जीते है!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 75 Share हिमांशु Kulshrestha 13 Apr 2024 · 1 min read सियासत सियासत अब झूठ, फ़रेब मक्कारी का पर्याय हो गई है भूखे पेट का ज़िक्र नहीं थाली और हाथ में क्या है ये चर्चा की बात हो रही है बात बेरोजगारी,... Quote Writer 59 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Apr 2024 · 1 min read हम भी तो देखे हम भी तो देखे सरगोशिया इश्क़ की जुल्फों को अपनी मचलने दो पलकों को झुकाये बैठे हो क्यूँ मस्तियाँ.. अपनी आंखों की बिखरने दो गिरा के बिजलियाँ अपने हुस्न की... Quote Writer 1 1 60 Share हिमांशु Kulshrestha 10 Apr 2024 · 1 min read मैने वक्त को कहा मैने वक्त को कहा रुक जा उन लम्हों में जो कभी मेरे थे वापिस ले चल जहां फिर जीना चाहता हूं एक और जिंदगी... कुछ भूल सुधारनी है बिगड़ी बातें... Quote Writer 53 Share हिमांशु Kulshrestha 8 Apr 2024 · 1 min read उन से कहना था उन से कहना था तुम बहुत दूर हुए जाते हो, फिर ये सोचा... बहुत दूर हो ही गए तो, अब क्या कहना हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 68 Share हिमांशु Kulshrestha 7 Apr 2024 · 1 min read प्रेम..... प्रेम..... जिसे हुआ वो फ़िर वो न रहे वो जो हुआ करते थे वो, वो हो गए , जो सोचा भी न था राधा को हुआ प्रेम और प्रेम का... Quote Writer 73 Share हिमांशु Kulshrestha 6 Apr 2024 · 1 min read समझ आती नहीं है समझ आती नहीं है अब... इश्क और प्यार की बातें बेवजह होती हुई तकरार की बातें कुछ अनकही कुछ अनसुनी बातेँ किस क़दर करते रहें समझौता जिंदगी तुझ से कभी... Quote Writer 55 Share हिमांशु Kulshrestha 4 Apr 2024 · 1 min read ग़र हो इजाजत ग़र हो इजाजत छोटी सी एक गुस्ताखी कर लें जो आओ तुम ख्वाबों में मेरे हम तुम्हें अपनी बाहों में भर लें हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 83 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Apr 2024 · 1 min read शायद ... शायद ... तुम्हें याद भी ना रहे कोई तुम्हे शिद्दत से चाहता था जीता था तुम्हारे लिए दिल ग़र धड़कता था तो तुम्हारे लिए धड़कता था ...!! होगा फ़िर कुछ... Quote Writer 57 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Apr 2024 · 1 min read वो जहां वो जहां अख़िरी साँस रहा करती है, सीने में कहीँ !! वहीँ मैंने खमोशी से रख लिया है तुम्हें!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 44 Share हिमांशु Kulshrestha 31 Mar 2024 · 1 min read गुलाबी शहतूत से होंठ गुलाबी शहतूत से होंठ जिनसे.. एक एक शब्द प्रेम से पगा ऐसे स्फुटित होता था सैकड़ों गुलमोहर जैसे एक साथ झर रहे हों वो शिद्दत से याद आ रही है... Quote Writer 69 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Mar 2024 · 1 min read प्यार के प्यार के मायने बदल गए कुछ तुम बदले कुछ हम बदल गए कुछ इस तरह जैसे मौसम के फ़साने बदल गए हर पल.. आदत जब हो गयी गुफ्तुगू की तब... Quote Writer 80 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Mar 2024 · 1 min read राहों में राहों में यूँ ही चलते चलते एक दिन तुम मिल गईं थीं मुझे मैं आज भी तुम्हारी तलाश में भटक रहा हूँ वहीं कहीँ सोचता हूँ कहीं वो मेरा ख़्वाब... Quote Writer 79 Share Page 1 Next