Rita Singh 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rita Singh 1 Jun 2021 · 1 min read बदरिया ओ बदरिया अब तो बरसो मेरे देश बदरिया ओ बदरिया अब तो , बरसो मेरे देश । बूँद-बूँद को तरसी धरती,तरसे हैं परिवेश ।। तपती सड़कें तपते घर हैं तपते भवन अनूप सूखी नदियाँ सूखे पोखर सूख... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 3 5 605 Share Rita Singh 31 May 2021 · 1 min read बदरिया ओ बदरिया अब तो बरसो मेरे देश बदरिया ओ बदरिया अब तो , बरसो मेरे देश । बूँद-बूँद को तरसी धरती,तरसे हैं परिवेश ।। तपती सड़कें तपते घर हैं तपते भवन अनूप सूखी नदियाँ सूखे पोखर सूख... Hindi · गीत 3 6 482 Share Rita Singh 9 Feb 2021 · 1 min read कोरोना की चली दवायी कोरोना की चली दवाई अब तो होगी स्कूल खुलाई , सुन लो बच्चों अब तुम सारे करनी मन से खूब पढ़ाई । बंद कक्ष हैं सभी खुलेंगे नये नये फिर... Hindi · कविता 1 3 356 Share Rita Singh 25 Jan 2021 · 1 min read हुए अठारह के हैं राजू हुए अठारह के हैं राजू अब वोट डालने जायेंगे काकी काका अम्मा बाबा सभी को बूथ पहुँचायेंगे । बन सहायक असहायों के मतदान उन्हें करवायेगे छूट न जाये कोई दाता... Hindi · कविता 400 Share Rita Singh 8 Jan 2021 · 1 min read देख सखी मधुमास आया देख सखी मधुमास आया ------------------------------- रूप अनूप भू ने पाया देख सखी मधुमास आया । बैठ डाली पर जब गाया गीत कोयल का वो भाया ।। खेत सरसों से लहराया... Hindi · कविता 3 5 705 Share Rita Singh 31 Dec 2020 · 1 min read थामी बीस ने सर्दी में थामी बीस ने सर्दी में इक्कीस की पक्की डोर जा बैठा है अब किनारे कर कोरोना का शोर । टीका आने की राह है देख रही अब प्रजा सारी कैसे... Hindi · कविता 1 1 341 Share Rita Singh 31 Dec 2020 · 1 min read तब सुबह सुहानी आती है निद्रा आलिंगन में रजनी जब स्वप्न नगरिया को जाती , चुपके चुपके बिन आहट के तब सुबह सुहानी बन आती । आकर अपने कोमल कर से कर स्पर्श धरा ,... Hindi · कविता 2 4 377 Share Rita Singh 26 Dec 2020 · 1 min read कोरोना ने पैर पसारे कोरोना ने पैर पसारे , घर में रहना मुन्ना प्यारे दादी दादा संग खेलना , खेल नये पुराने न्यारे ।। योग ध्यान से जीवन जीना , डाल हल्दी दूध है... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 31 810 Share Rita Singh 26 Dec 2020 · 1 min read कोरोना ने पैर पसारे कोरोना ने पैर पसारे , घर में रहना मुन्ना प्यारे दादी दादा संग खेलना , खेल नये पुराने न्यारे ।। योग ध्यान से जीवन जीना , डाल हल्दी दूध है... Hindi · कविता 1 327 Share