गुप्तरत्न Tag: Guptratn 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है , गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है , बेखुदी मैं पर हम बस,अब आपके ख्याल भर रखते है // नहीं है काबू मैं धड़कने,और ज़ज्वात मेरे , मत पूछो, सामने... Poetry Writing Challenge · Guptratn · Hindi Kavita · Poetry Poetrycommunity · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 164 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read ये दूरियां सिर्फ मैंने कहाँ बनायी थी // मुहब्बतों की दुनिया, बिना तेरे कहाँ बसायी थी , मैंने बिना तेरे जिंदगी कहाँ बितायी थी ,// तेरी हमकदम,हमसाया,हमराह ही बनी रही,मुद्दतो मैंने अपनी कोई पहचान कहाँ बनायी थी //... Poetry Writing Challenge · Guptratn · कविता · कविता-हिन्दी · गीत · वक्त 1 311 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read अच्छा लगने लगा है !! अच्छा लगने लगा है !! मुझे फिर क्या लगने लगा है, आपके ख्यालों मैं रहना,अच्छा लगने लगा है !! नहीं चाहती फिर वही आग, पर क्या करूँ,यूँ जलना अच्छा लगने... Poetry Writing Challenge · Guptratn · Hindi Poetry · Poem · कविता · गुप्तरत्न 1 269 Share