गुप्तरत्न Tag: रफ़्तार 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी, दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी, मैं रह गई,छंट गई ,जो खुशियाँ पाने ख़ड़ी कतार थी ll थोड़ी तू हिम्मत करता तो जुदा होती दास्ताँ, तू तो... Poetry Writing Challenge · कविता · कविता-हिन्दी · गीत · गुप्तरत्न · रफ़्तार 169 Share