Godambari Negi 149 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Godambari Negi 15 Jul 2025 · 1 min read आया सावन झूमकर, पड़ने लगी फुहार। आया सावन झूमकर, पड़ने लगी फुहार। कजरी के स्वर गूँजते, बूंदों की झंकार।। Quote Writer 23 Share Godambari Negi 15 Jul 2025 · 1 min read दर्जा जिसको जो मिला, रखिए उसका मान। दर्जा जिसको जो मिला, रखिए उसका मान। दर्जे के...अनुसार....ही, पाते सब सम्मान।। Quote Writer 5 Share Godambari Negi 10 Jul 2025 · 1 min read डोर 'डोर' आज भी, स्नेह सिंचित है इक डोर। तुम तक ले जाती है जो, जिसे तुम देखकर भी अनदेखा करने का अभिनय बखूबी एक मंजे हुए अभिनेता की तरह कर... Hindi 1 25 Share Godambari Negi 10 Jul 2025 · 1 min read दोहा छंद गुरु ही सच्ची सीख दे, बाकी मिथ्या वाक। सत्पथ से मतलब नहीं, चाहे केवल धाक।। गुरु शरणागत जो रहे, जीवन हो साकार। जग में गुरु के ज्ञान से, हो जाते... Hindi · दोहा 1 117 Share Godambari Negi 9 Jul 2025 · 1 min read 'पगली कहीं की’ तो तुम यहाँ हो ! अरी बावरी ! तू क्या जाने कहाँ-कहाँ न ढूँढा मैंने तुझको, जूही की बगिया में, समतल बहती नदिया में, पनिहारिन की गगरिया में, हर गाँव-शहर... Hindi · कविता 1 21 Share Godambari Negi 8 Jul 2025 · 1 min read गज़ल रात गुजरी सदा इधर तन्हा। बात निकली सदा उधर तन्हा।। साथ हम तुम रहे बहुत लेकिन, आज मैं खो गई बिखर तन्हा।। थे कभी जो हबीब से रास्ते, दे रहे... Hindi · ग़ज़ल 1 19 Share Godambari Negi 7 Jul 2025 · 1 min read तिमिर सूर्य को छू न पाया कभी, तिमिर सूर्य को छू न पाया कभी, अंधकार प्रकाश से छुप न पाया कभी। पर्वत वीरों को रोक न पाया कभी, कंटक पुष्प को चुभ न पाया कभी। Gn Quote Writer 1 17 Share Godambari Negi 6 Jul 2025 · 1 min read अभी अभी चुपके से याद तेरी बता गई... अभी अभी चुपके से याद तेरी बता गई... कि आज तुझे याद मेरी बहुत रुला गई... Quote Writer 1 33 Share Godambari Negi 6 Jul 2025 · 1 min read बे घर हुए कुछ दिन हुए बेघर हुए......... कुछ दिन भी क्या? जैसे कल परसों की बात हो... आशियाना छीने हुए, कोई गैर नहीं अपने थे, अपने भी क्या, वो सपने थे। घर... Hindi · कविता 2 32 Share Godambari Negi 6 Jul 2025 · 1 min read घड़ीभर सिर्फ़ मेरे हो तुम माना मैंने घड़ीभर, दामन गैर का छुआ न कभी तुमने घड़ीभर। क्या ये सच है जरा सोचो तुम घड़ीभर, पूछेंगे हम बात ज़माने से जाकर घड़ीभर।।... Hindi · कविता 2 147 Share Godambari Negi 5 Jul 2025 · 1 min read तुझे,,,, चाँद कहूँ या सितारा , तुझे,,,, चाँद कहूँ या सितारा , मझधार,,,, कहूँ या किनारा। जिंदगी में इस तरह शामिल हो, तुम्हें बहार कहूँ,,,, या नज़ारा। Quote Writer 1 26 Share Godambari Negi 5 Jul 2025 · 1 min read *प्यारी है प्रिय की याद हमें* *प्यारी है प्रिय की याद हमें* *जो पास प्रिय को लाती है* *होते नहीं प्रिय जब पास* *वो ही तो मन बहलाती है* Quote Writer 1 100 Share Godambari Negi 5 Jul 2025 · 1 min read जान गई, दिल की खलिश न गई। जान गई, दिल की खलिश न गई। आग बुझी, तन की तपिश न गई।। सब्र जरा कर ले ठहर कुछ पल, वक्त गया मन से दबिश न गई। -Gn Quote Writer 1 23 Share Godambari Negi 3 Jul 2025 · 1 min read वो आये पर मिले नहीं, वो आये पर मिले नहीं, बस मुसकुराये खिले नहीं। लड़खड़ाये पर गिरे नहीं, सबके हुए पर मिरे नहीं। Gn Quote Writer 1 28 Share Godambari Negi 3 Jul 2025 · 1 min read जो मिल जाता है, उसे कौन चाहता है? जो मिल जाता है, उसे कौन चाहता है? वो हमसे दूर हुए, चाहत बचाने के लिए.... Quote Writer 1 26 Share Godambari Negi 29 Jun 2025 · 1 min read हाइकु हरियाली हरी चादर पशु चरते घास मौसम खास। नहाती घास बरसते बादल हरा लिबास। धानी चूनर पवन सर सर झूमते खेत। -गोदाम्बरीनेगी Hindi · हाइकु 1 23 Share Godambari Negi 28 Jun 2025 · 1 min read हाइकु सागर है छुपा खजाना अंतस्थल रत्न अनेक अमृत-विष भी कहलाता सागर। क्यों तुम रहते शांत चित्त छुपा विश्व के अवगुण सब बोलो हे रत्नाकर? -गोदाम्बरी नेगी Hindi · हाइकु 1 24 Share Godambari Negi 28 Jun 2025 · 1 min read वो प्रेम को नहीं समझता, वो प्रेम को नहीं समझता, प्रेम को दुश्मन समझता है। Gn Quote Writer 1 23 Share Godambari Negi 13 Jun 2025 · 1 min read संदेश नफ़रत को दो छोड़, प्रेम से काम बनाओ। बैर भाव को त्याग, खूब तुम नाम कमाओ।। पर के सुख को छीन, दुखी उनको न बनाओ। समता ममता धार, खूब हंसो... Hindi · कोटेशन 20 Share Godambari Negi 11 Jun 2025 · 1 min read वर्ण पिरामिड शहीद हो गये शहीद माँ के लाल वे नौनिहाल बलि वेदी पर कूद पड़े हँसकर। है शत नमन चरणों में श्रद्धा सुमन वारा तन मन वीर शहीद बन। Hindi · वर्ण पिरामिड 1 46 Share Godambari Negi 8 Jun 2025 · 1 min read कड़वे बोल स्नेह से तोल। कड़वे बोल स्नेह से तोल। शब्दों को मिश्री में घोल। बूँद पगी सुधारस प्रियतम, बंद कपाट तु मन के खोल।। Quote Writer 1 46 Share Godambari Negi 7 Jun 2025 · 1 min read बसंत 211 211 211 22 शीर्षक- ‘बसंत’ बाग बसंत बहार सुहाई। फूल हँसे कलियाँ गदराई।। आय गयो ऋतु राज सजीलो, सोहत सुंदर है पट पीलो।। खेत खिली सरसों लहराई, फूल हँसे... Hindi · कविता 1 44 Share Godambari Negi 5 Jun 2025 · 1 min read हाइकु घटती साँसे भूलती धड़कनें सुप्त चेतन। उड़ता पंछी कर रहा सफ़र दूर अकेला। टूटे सपने बिखरते मनके डोर पुरानी। मोह के धागे उलझाते मन को अखियाँ जागे। उलझी बात सालती... Hindi · हाइकु 1 182 Share Godambari Negi 4 Jun 2025 · 1 min read अनुगामिनी 'अनुगामिनी’ मैं हूँ अनुगामिनी तुम्हारी, संग थी,संग में ही रहूँगी। शूल सी बातें भी तुम्हारी, स्मृति में फूल सी रखूँगी। कुछ हो सका नहीं प्राप्त तुम से, दोष तुम पर... Hindi · कविता 1 95 Share Godambari Negi 2 Jun 2025 · 1 min read है है यह जीवन रंगमंच निभाते जहाँ हम किरदार तरह तरह के अच्छे बुरे खरे खोटे हंसते रोते सोते गाते गिरता परदा जीवन का लौटते फिर आये थे जहाँ से। GN Quote Writer 1 52 Share Godambari Negi 31 May 2025 · 1 min read जीवन है यह जीवन रंग मंच निभाते जहाँ हम .किरदार तरह तरह के अच्छे बुरे खरे खोटे हंसते रोते सोते गाते गिरता परदा जीवन का लौटते फिर आये थे जहाँ से। Hindi · कविता 1 36 Share Godambari Negi 29 May 2025 · 1 min read फाग रंग रंग अनोखे ले चला, देखो फागुन मास। जन-जन तन-मन में जगा, रंग तरंग उल्लास।। रंग तरंग उल्लास, फाग गीत बजने लगे। बाल मचाते धूम, सुबह शीघ्र जगने लगे।। ले पिचकारी... Hindi · कुण्डलिया 1 40 Share Godambari Negi 28 May 2025 · 1 min read इस दिल का हमराज़ भी तू। इस दिल का हमराज़ भी तू। धड़कनों का सरताज़ भी तू। जगमगाता चिराग रात का, जिन्दगी का आफ़ताब भी तू।। G Quote Writer 1 100 Share Godambari Negi 27 May 2025 · 1 min read आँगन गूँजे गीतों से ऋतु बसंत बौराई हे सखि, आँगन गूँजे गीतों से। नार बहार भरी यौवन से, करे समागम मीतों से।। रँग सुगंध ले अनिल हाथ में, धरा गगन पर छिटकाती। काली कोयल... Hindi · गीत 1 127 Share Godambari Negi 26 May 2025 · 1 min read त्रिकोणीय कविता एक तेरे सिवा यहाँ कौन अपना तुझसे हुई हसीन बातें तेरी यादें और मुलाकातें लुभाती दोस्त तेरी दोस्ती बहुत याद आती हँसाती गुदगुदाती मन बहलाती सताती रुलाती मुझे। Hindi · कविता 1 136 Share Page 1 Next