GEETA BHATIA Tag: कविता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid GEETA BHATIA 1 Mar 2018 · 1 min read कैसे रंगों की होली आई होली आई होली आई कैसे रंगों की होली आई हर कोई अपने रंग रंगा है इक दूजे कीचड़ उछला है शर्म करो माटी के पुतलों बात बात में रंग न... Hindi · कविता 392 Share GEETA BHATIA 24 Feb 2018 · 1 min read हर रोज हर रोज एक पन्ना पलट लेता हूँ और जिन्दगी के मायने समझ लेता हूँ ये रोज बदल लेती है अपना लिबास आँखों में भर देती है इक नया खाब इन... Hindi · कविता 493 Share GEETA BHATIA 18 Feb 2018 · 1 min read नम आँखे आँखें नम तो ठिठुरती हवाओं की भी हुआ करती हैं तभी तो ओंस बन के फूलों पे गिरा करती हैं कौन जाने ये आँसू हैं या शबनम के मोती ये... Hindi · कविता 523 Share GEETA BHATIA 12 Feb 2018 · 1 min read खामोशी संभाल के रखी है तेरी खामोशी हमने जब उदास होता हूँ सुन लेता हूँ बूँदों की टप टप कानों में गूँजती है थोड़ा मौसम का मज़ा लेता हूँ उधार ली... Hindi · कविता 308 Share GEETA BHATIA 26 Jan 2017 · 1 min read तिरंगा तीन रंग तिरंगा फहरे आसमान को छूले चक्र चले ऐसा सुन्दर दिल दुनियां का जीते वीर सुभाष वीर भगत सिंह वीरों की है धरती वीरों का था स्वप्न सुनहरा हर... Hindi · कविता 345 Share GEETA BHATIA 21 Jan 2017 · 1 min read "मैं" आखिर ये "मैं" क्या है ? क्या ये अभिमान है या स्वाभिमान है या आत्मसम्मान है या रहेगा एक प्रश्न हमेशा उत्तर है जिसका अंहकार से भरा "मैं"अगर अंहकार है... Hindi · कविता 1 324 Share GEETA BHATIA 21 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ श्रृंगार रस में जब जब सजती हैं बेटियाँ बड़ी नाजुक सी कोमल सी दिखती हैं बेटियाँ वक्त आये तो दुर्गा रुप भी धरती हैं बेटियाँ माँ बाप की जब ढाल... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 896 Share