Gautam Jain Tag: मुक्तक 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Gautam Jain 30 Mar 2020 · 1 min read मचलती चाहतें ==========={ मचलती चाहतें }============== चाहतें मचलती रही ता-उम्र ........... तुम तक लौट आने की न उठे कदम इक बार फिर से ..............चोट खाने के लिए ==================================== © गौतम जैन ® Hindi · मुक्तक 1 3 444 Share Gautam Jain 30 Mar 2020 · 1 min read छिपे अश्क तुम .......... तो जज्ब थे पलकों में .......छिपे अश्कों की तरह गर .......... नज़र से गिरे न होते..... ... अश्क जाया नहीं होता Hindi · मुक्तक 1 4 483 Share Gautam Jain 29 Mar 2020 · 1 min read कलम के सिपाही हम तो बस दोस्तों कलम के अदना से सिपाही हैं जीवन में सीधी सरल व सच्ची सोच के अनुयाई हैं दर्द व उलझनों को शब्दों की चासनी में घोलते हैं... Hindi · मुक्तक 2 5 493 Share Gautam Jain 29 Mar 2020 · 1 min read प्यार का रंग दिलों में अजीब से डर को हमने पाला है जब दिल चाहा इक दूसरे की ओर उछाला है दहसत फिर भी कहां कम हुई दिलों की हमने तो इसमें प्यार... Hindi · मुक्तक 2 537 Share Gautam Jain 29 Mar 2020 · 1 min read शब्दों की तकदीर शब्दों के सृजन की सहजता अनमोल होती है मन को छू जाते हैं कुछ शब्द जो कलम बोलती है सरलता से कही जाए जो बात मन मोह लेती है कलम... Hindi · मुक्तक 3 2 549 Share Gautam Jain 29 Mar 2020 · 1 min read कैसे दरिंदे शहर में मेरे गिराते हैं हर पल ये बढ़ने न दे मेरे भय को मुझसे ये लड़ने न दे है कैसे दरिंदे शहर में मेरे परिंदो के पर काटे उड़ने न दे Hindi · मुक्तक 1 2 229 Share