राजेन्द्र गट्टानी 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid राजेन्द्र गट्टानी 21 Nov 2018 · 1 min read माँ पल में आह्लादित होती है , पल हुई विकल है माँ बिटिया कहती है इस घर में, सबसे बड़ी 'पज़ल' है माँ बाक़ी रिश्तों का तो, 'मिनरल वॉटर' सा 'पेमेंट'... Hindi · मुक्तक 3 4 372 Share