Satya Parkash 55 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Satya Parkash 26 Jan 2017 · 1 min read बेटी का खत मैं तेरे आंगन की तुलसी मेरी आँखें बरस रही प्यार के मीठे बोलो को मैं तो कब से तरस रही मां की गोद मिली न मुझको न बाबुल का प्यार... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 683 Share Satya Parkash 22 Jan 2017 · 1 min read बेटी का खत मैं तेरे आंगन की तुलसी मेरी आँखें बरस रही प्यार के मीठे बोलो को मैं तो कब से तरस रही मां की गोद मिली न मुझको न बाबुल का प्यार... Hindi · कविता 1 611 Share Satya Parkash 21 Jan 2017 · 1 min read बच्चे हम है छोटे छोटे बच्चे तन के कच्चे मन के सच्चे हमको किसी से बैर नही हमारे लिए क़ोई गैर नही खुशियो का पैगाम बांटते जीने का अरमान बांटते हिन्दू... Hindi · कविता 458 Share Satya Parkash 16 Jan 2017 · 1 min read महफिल सबने कायम कर लिए अपने अपने मकां यारों की महफिल सजे जमाना बीत गया Hindi · शेर 280 Share Satya Parkash 15 Jan 2017 · 1 min read आओ पेड़ लगाए देखो ये क्या कहर हुआ जलवायु में जहर हुआ कटता जंगल मिटते प्राणी सिमट रही है चूनर धानी धरती भी है बांझ हुई जीवन की है सांझ हुई दूषित भोजन... Hindi · कविता 613 Share Previous Page 2