Raju Gajbhiye Tag: कविता 59 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Raju Gajbhiye 5 Mar 2017 · 1 min read हर जगह समान हूँ मैं विद्या , धन , शक्ति हूँ , विवेक से सोचो , मैं " महिला " हूँ , हर जगह समान हूँ बस मेरे प्रति नजरिया बदलो पुराने दकियानूसी सोच... Hindi · कविता 247 Share Raju Gajbhiye 1 Mar 2017 · 1 min read **** होली का उत्सव मनायेगें **** **** होली का उत्सव मनायेगें **** फाल्गुन पूर्णिमा , होली का उत्सव मनायेगें मदमस्त होकर , विभिन्न रंगों को उड़ायेंगे हर्ष - उल्लास के मौसम में , पक्षियों का चहकना... Hindi · कविता 377 Share Raju Gajbhiye 10 Jan 2017 · 1 min read *** बेटियाँ *** *** *** बेटियाँ ****** बेटियाँ घर , आँगन का फूल है खुशिया देना उसका उसूल है बेटियाँ का खर्च ना फिजूल है बेटियाँ की हर दुआ कबूल है हर क्षेत्र... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 627 Share Raju Gajbhiye 10 Jan 2017 · 1 min read *** बेटियोँ *** *** बेटियोँ *** बेटियोँ घर , आँगन का फूल है खुशिया देना उसका उसूल है बेटियोँ का खर्च ना फिजूल है बेटियोँ की हर दुआ कबूल है हर क्षेत्र में... Hindi · कविता 501 Share Raju Gajbhiye 6 Jan 2017 · 1 min read **** शत्रु के प्रति क्षमा भाव रखे ***** **** शत्रु के प्रति क्षमा भाव रखे ***** किसी ने सच ही कहा है की - देने वाला देता है तो छप्पड़ फाड़कर देता है | उद्यमी , दानवीर कभी... Hindi · कविता 289 Share Raju Gajbhiye 5 Jan 2017 · 1 min read *** बेटियाँ *** *** बेटियाँ *** लड़की का जन्म होता है सन्नाटा छा गया , ख़त्म धन-दौलत ना चेहरे पे मुस्कुराहट क्या-क्या सोचते पूर्वाभास असहनीय पीड़ा को रखा उदर , नॊ मास हर... Hindi · कविता 680 Share Raju Gajbhiye 3 Jan 2017 · 1 min read - वह मूल्यवान धन - आशा है उस मूल्यवान धन की जो मिले सबसे सरल किताबो से जो मिले सबसे कड़वा अनुभव से जो मिले सबसे श्रेष्ठ अंतर्मन से आशा है उस मूल्यवान धन की... Hindi · कविता 267 Share Raju Gajbhiye 3 Jan 2017 · 1 min read जीवन संघर्ष जैसे जीवन में दाल - आटे के लिए संघर्ष वैसे ही डाटा ज्यादा मिलेगा उसका घर्षण जीवन में परिवर्तन से नहीं डरना जीवन में संघर्ष से नहीं कतरना समय के... Hindi · कविता 333 Share Raju Gajbhiye 2 Jan 2017 · 2 min read नव वर्ष आया है , सुख - समृद्धि लाया है | नव वर्ष आया है , सुख - समृद्धि लाया है समय का चक्र चलता है , नव युग का इतिहास बनता है नया सोचना है , नया करना है यही... Hindi · कविता 392 Share Previous Page 2