Fuzail Sardhanvi 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Fuzail Sardhanvi 23 May 2023 · 1 min read करम करम करके हमेशा के लिए है भूलना बेहतर न फिर तकलीफ़ होती है न फिर एहसान मरते हैं 152 Share Fuzail Sardhanvi 4 May 2023 · 1 min read ख़ुश-फ़हमी नफ़े के दोनों पहलू में छुपी होती है ख़ुश-फ़हमी सो ख़ुश-फ़हमी के चक्कर मे सभी हैरान मरते हैं Hindi 1 1 303 Share Fuzail Sardhanvi 6 Mar 2023 · 1 min read आँख से अपनी अगर शर्म-ओ-हया पूछेगा आँख से अपनी अगर शर्म-ओ-हया पूछेगा तो गुनहगार गुनाहों की सज़ा पूछेगा मेरे महबूब का दीदार मय्यसर हो तो आँख में दिल को बिठा कर के मज़ा पूछेगा सोच से... Hindi 2 429 Share Fuzail Sardhanvi 18 Jan 2023 · 1 min read दादी माँ मेरी आँखों मे मुनव्वर है वो चेहरा अब तक नूर दिखता है वो आँखों मे हया थी जिनकी फ़ैसले करना बहुत सोच समझ कर अब तुम रुख़्सती हो गयी साया... Hindi 167 Share Fuzail Sardhanvi 13 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल इस तरह हमसे करो पर्दा अगर लगता है जिस तरह मौत से अपनी तुम्हें डर लगता है ख़ैर कितनी भी करूँ पर उन्हें शर लगता है शर मगर उनका हमे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 385 Share