कवि अनिल कुमार पँचोली Language: Hindi 45 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read महिला शक्तिकरण महिलाओं की शक्ति अनन्त है, साहस से उनकी भूमिका विशिष्ट है। उठो, जागो, महिला शक्ति को पहचानो, समाज को सशक्त और समर्पित बनाओ। नारी शक्ति आदि-शक्ति है, जीवन में उत्कृष्टता... Poetry Writing Challenge · कविता 3 101 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read REET की परीक्षा ; जीवन का अंतिम लक्ष्य उठो, तैयारी के संग बढ़ो, दृढ़ता और मेहनत की राह चुनो। रीट की परीक्षा का संग्रह करो, स्वप्नों को हकीकत में परिणत करो। संघर्षों की दीवारें छोड़ो, ज्ञान के समुंदर... Poetry Writing Challenge · कविता 262 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read समावेशी शिक्षा :बहुत जरूरी एकता की बाँध बनाती, समावेशी शिक्षा है, हर बच्चे को आगे बढ़ाती, नयी प्रेमानंदा है। दिलों को जोड़ती, भावनाओं की सँगीता है, अलगाव की दीवारें गिराती, सहयोग की प्रेरणा है।... Poetry Writing Challenge · कविता 708 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read NEP :2020 भविष्य के लिए जरूरी नई शिक्षा नीति, नए सपने सजाती है, बच्चों की तालीम में नयी राह दिखाती है। ज्ञान की झरने को खोलती है ये नदी, समझ की गहराई में छोटे बच्चों को... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक 240 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read नई शिक्षा नीति :2020 शिक्षा की राह पर नए सपने हैं जगमगाते, नई शिक्षा नीति लेकर अब हम सब जुटाते। ज्ञान की उच्छवास बरसा रही है वर्षा, स्वभाविक विकास को दे रही है जर्नलिस्टा।... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 257 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read नई शिक्षा नीती ; समय की मांग नई शिक्षा नीति पर कविता नई शिक्षा की धारा बहाएं, ज्ञान की अनंत गंगा बहाएं। संकल्प की ऊँचाइयों को छूते, बुद्धि की प्रगाढ़ता को स्वीकार करें। शिक्षा का आदर्श नया... Poetry Writing Challenge · कविता 780 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read क्रिटिकल थिंकिंग : NEP 2020 सोच के नए सफर में चलो, क्रिटिकल थिंकिंग की राह चुनो। ज्ञान के उजियाले से जलो, मन की पुष्टि, नई राह चुनो। शंका के अँधेरे को दूर भगाओ, विचारों की... Poetry Writing Challenge · कविता 1 301 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read रचनात्मकता ; भविष्य की जरुरत रचनात्मकता की ज्वाला, हमें जगा दो, आविष्कार के पथ पर, हमें ले चला दो। अद्भुत कला के रंग में, हमें लिपटा दो, अभिव्यक्ति की आग में, हमें जला दो। अविचारित... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक · लेख 271 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read कृत्रिम बुद्धि कृत्रिम बुद्धि की आभा, मन को चमकाती है, विज्ञान की प्रगति, जगत को सजाती है। संगठन की ताकत, नई राह दिखाती है, तकनीक की उपलब्धि, सबको चमकाती है। यांत्रिक बुद्धि... Poetry Writing Challenge 221 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read कृत्रिम बुद्धि पर कविता कृत्रिम बुद्धि पर कविता कृत्रिम बुद्धि का आविष्कार किया, मानवता को नई दिशा दिखाया। यांत्रिकी के चमत्कार से लबालब, मनुष्य ने अपनी संभावनाओं को बढ़ाया। जादूगरों के समान, वह साधारण... Poetry Writing Challenge · मुक्तक छंद 2k Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read व्यथित ह्रदय व्यथित ह्रदय विरह के अँधेरे में, धड़कता है बेमतलब बिन प्रेम के। आहटों की सन्नाटी रात में, अवसाद की घाटी में रहता है ये दिल अकेले। विषाद की बूँदों से... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक 1 172 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read निपुण भारत पर कविता जगमगाते सूरज की किरणों के संग, उठता भारत गर्व से अपने रंग, निपुण भारत हमारा देश प्यारा, जहां बसती है विचारों की आपारा। यहां धर्म की नहीं, जाति-पाति की परवाह,... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक 1k Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read जलवायु परिवर्तन पर कविता चिलचिलाती धूप जीवन का निर्माण करती है। घटाटोप बादल सूरज से भूमि की रक्षा करते हैं। उठते हुए तूफान मानवता और योद्धाओं को याद दिलाते हैं। हल्की हवा पवनचक्कियों को... Poetry Writing Challenge · Kvita 1k Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read ग्लोबल वार्मिंग :चिंता का विषय निर्मल झील जो की कभी थी यहाँ उसका पानी सूख गया कहाँ पूछे तुमसे सारा ये जहां कर सको तो करो अपने शब्दों से बयां क्यों तू काटे शीतल छाया... Poetry Writing Challenge · कविता 647 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read ग्लोबल वार्मिंग ; मानवीय करतूतों का फल प्रकृति की पुकार, ग्लोबल वार्मिंग का संघर्ष, हमें जगाती है सच्चाई, देती है संकेत वर्षा का। धरती की तपती धुप, जलती हुई ज्वालाएं, प्राकृतिक संतुलन को है ध्वस्त करती ये... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 256 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read देश प्रेम पर कविता सूरज की किरणों से प्रज्वलित हो जाता, भारत का देश प्रेम, सदा हृदय में समाता। धरती की गोद में खिलती है वीर भूमि, हर क्षण में उमंग, गर्व का आनंद... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 317 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति पर कविता प्रकृति की अनूठी सुंदरता, देवी की अपार काया, सृष्टि का रहस्यमयी नाट्य, है सर्वश्रेष्ठ अभिनय। पहाड़ों की मधुर चट्टानें, उच्च स्थानों की गरिमा, नदियों की सुरमई लहरें, हरा-भरा महाशान्ति का... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 552 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 14 Jun 2023 · 1 min read मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित आओ चलें सब मिलकर गीत गाएं, नरेंद्र मोदी जी की गरिमा गाएं। एक दिग्गज नेता, विश्वविख्यात राजनीतिज्ञ, जिन्हें प्रशंसा करती है सभी महान्यायिजन। करिश्माई भाषणों से जनता को मोहित करते... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक 240 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 2 min read खेल और यौन शोषण : विकृत मानसिकता दरिंदगी का आलम देखो, खेल और यौन शोषण में छिपे रंज देखो। खेल की लड़ाई में बह जाते हैं खून, यौन शोषण के घाव देखो, न रास्ता, न सुन। क्रीड़ा... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 280 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 2 min read खेल और यौन शोषण: एक विकृत संघर्ष खेल और यौन शोषण: एक विकृत संघर्ष भारत में खेल एक महत्वपूर्ण माध्यम है, जो स्वास्थ्य, संघटना, सामरिकता, और सामाजिक समरसता को प्रोत्साहित करता है। हालांकि, खेल की दुनिया में... Poetry Writing Challenge · शेर 136 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read युक्रेन और रूस ; संगीत युक्रेन की सर्दी और रूस की गर्मी, युद्ध का संगीत बजता है घनी। ध्वनि में तनाव और संघर्ष की लहर, सुरों और तालों में छिड़ रही है घेर। प् उच्च... Poetry Writing Challenge · कविता 300 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read जगमगाती चांदनी रातों में जगमगाती चांदनी रातों में, उदासी के रंग खो जाते हैं। सुन्दर सुरमयी रचना यहाँ, अब खुशियों के गीत गाते हैं। प्रकृति की गोद में खोये रंग, मुस्कानों को छा जाते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 260 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read तन्हाई के बसेरे में बह रहा है तन्हाई के बसेरे में बह रहा है, यादों का आलम गहरा उतर रहा है। दिल की तरंगों में अब बहक जाएँ, एक गुनगुनाहट सुनहरी मधुर उठ रही है। आहटें एक... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 2 199 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read ख़ामोशी ज़मीं की तरह थी वो मेरी आँखें, उम्मीदों से भरी हर एक बातें। पर वक्त की चालनी ने ले ली जुदाई, छूट गई है अब वो प्यारी रातें। दिल का... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 375 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read *शिवाजी का आह्वान* *शिवाजी का आह्वान* उठो शिवाजी खड़ग संभालो आन-बान अभिमान की। मन प्राणों में रची-बसी यह धरती हिंदुस्तान की।। आतताईयों के खंजर से धरती लहूलुहान हुई। जकड़ बेड़ियों में सारी मानवता... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत 2 460 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read देश-प्रेम हम अपने देश के लोगों में विश्वास जगाएँगे। प्रेम, दया, समता, करुणा का पाठ पढ़ाएँगे॥ जिन गलियों में वर्षों से छाया घनघोर अँधेरा जिन लोगों ने कटुता बस, मानवता को... Poetry Writing Challenge · कविता 2 292 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 2 min read पानी की महिमा पानी की महिमा धरती पर, है जिसने पहचानी । उससे बढ़कर और नहीं है, इस दुनिया में ज्ञानी ।। जिसमें ताकत उसके आगे, भरते हैं सब पानी । पानी उतर... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत 1 220 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read प्रदूषण और प्रदूषण धरणी के आँचल पर, क्यों दाग लगाते हो। नदियों को कर प्रदूषित , क्यों गरल बनाते हो । । मेघ घुमड़ कर आते, निष्ठुरता दिखलाते ; सरिता रूठी रहती, सब... Poetry Writing Challenge · कविता 2 171 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read प्रदूषण और प्रदूषण धरणी के आँचल पर, क्यों दाग लगाते हो। नदियों को कर प्रदूषित , क्यों गरल बनाते हो । । मेघ घुमड़ कर आते, निष्ठुरता दिखलाते ; सरिता रूठी रहती, सब... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 1 167 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read विश्व का संगठन G-20, विश्व का संगठन G-20, दुनिया का मुख्य संगठन। एकता और सहयोग का प्रतीक, इससे है उम्मीद जन-जन की। बीस विश्वासघाती राष्ट्रों का समूह, ग्लोबल मुद्दों पर रखता है नज़र। साझा... Hindi · कविता · मुक्तक · लेख 329 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read जल प्रदूषण पर कविता देखो वह नदी, जल से बहती हुई, पानी की धार चढ़ाकर जाती हुई। परियों की दुनिया, पक्षियों का आसरा, प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण यहाँ है सबकुछ हमारा। लेकिन मनुष्य ने... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक 2 1 3k Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 2 min read नई शिक्षा नीति 2020 नई शिक्षा नीति: नजरिया और लाभ परिचय उचित बुनियादी शिक्षा प्राप्त करना भारतीय संविधान के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति का जन्मसिद्ध अधिकार है। सुखी जीवन जीने के लिए तैयार होने के... Hindi · लेख 2 422 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 2 min read पानी पर कविता पानी की महिमा धरती पर, है जिसने पहचानी । उससे बढ़कर और नहीं है, इस दुनिया में ज्ञानी ।। जिसमें ताकत उसके आगे, भरते हैं सब पानी । पानी उतर... Hindi · कविता 2 2 1k Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 4 min read राष्ट्र निर्माण और युवा मुकद्दर से हारकर राह बदलने वालों की कमी नहीं है, गुज़र गए देश के कई वीर फिर भी देशवासियों की आँखों मेंv नमी नहीं है.... भले ही जाहिर ना करे... Hindi · मुक्तक 4k Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 2 min read उम्मीदो का सागर उम्मीद जुनून रखने वाला एक आदमी दिलचस्पी रखने वाले चालीस व्यक्तियों पर भारी है| विज़न बनाने के लिए आपको अपने मन को टटोलना होगा अदम्य साहस की काया दो पैरों... Hindi · लेख 158 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 2 min read जीवन बदलने का मंत्र कोई भी मार्ग छोड़ा जा सकता है, बदला जा सकता है: पथ भ्रष्ट होना कुछ नहीं होता, अगर लक्ष्य भ्रष्ट न हुए। सोचने का नियम समझ लिया तो जिंदगी का... Hindi · लेख 431 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 2 min read उम्मीद 'उम्मीद' कल की सबसे अच्छी तैयारी क्या हो सकती है? आज अपना सर्वश्रेष्ठ देना शुरू कर दें। अभ्यास से अपने शरीर व मन का ऑपरेटिंग सिस्टम बदल सकते हैं |... Hindi · लेख 221 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 1 min read उम्मीदों का पुनरमूल्यांकन जब अपना ही दिल अपने से शिकायत करे तो फैसला किस अदालत से करवाएँगे? हम मनुष्यों के साथ अब ऐसा ही होने वाला है। लापरवाही की तो मानो आँधी चल... Hindi · लेख 260 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 1 min read चेतना को हर उम्र में जिन्दा रखो चेतना को हर उम्र में जाग्रत रखें बीमारी पीड़ा और समझ दोनों साथ देकर जाती है। पिछले दिनों हमने जो कठिन समय देखा, उसमें एक बात तो समझ में आ... Hindi · लेख 181 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 1 min read हिन्दी की महिमा पर शायरी सूर, कबीर, भारतेन्दु, जायसी, दिनकर जैसे विद्वान मिलेंगे। गाँव की माटी में सजाये हुए भाव, पन्त की कविता के शान मिलेंगे। जीवन का उद्धार हो जिसमें, तुलसी के छन्द महान... Hindi · शेर 835 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 1 min read अतुल्य भारत /आत्म निर्भर भारत विविधताओं से भरा, है मेरा हिंदुस्तान। जहाँ अलग-अलग हैं भाषाएँ , पोशाके खानपान।। 'कहीं हैं नदियों की कल कल, कहीं रेत ही रेत। कहीं हैं ऊँचे - ऊँचे पर्वत, कहीं... Hindi · कविता 1 2 353 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 1 min read अतुल्य भारत पर कविता परम पुनीत गणतंत्र हमारा, आओ मिलकर जय-गान करें अतुल्य भारत की जय गाथा संग संस्कृतिओं का बखान करें सोने की चिड़िया फिर से बने यश चहुदिश फैले भारत का न... Hindi · कविता 963 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 1 min read अद्भुत भारत पर कविता चलो तुम्हें एक मोहब्बत की दुनिया दिखाता हूँ की एक जहाँ सारे जहाँ से अच्छा दिखाता हूँ मजहब से पहले जहाँ मुल्क पूजे जाते हैं हाँ वही चलो मैं तुम्हें... Hindi · कविता 518 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 1 min read आत्मशक्ति, आत्म विश्वास नहीं मांगता, प्रभु विपत्ति से, मुझे बचाओ, त्राण करो विपदा में निर्भीक रहूँ मैं इतना हे भगवान, करो। नहीं मांगता दुःख हटाओ व्यथित हृदय का ताप मिटाओ दुखों को मैं... Hindi · कविता 338 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 8 Jan 2022 · 1 min read अतुल्य भारत विविधताओं से भरा, है मेरा हिंदुस्तान। जहाँ अलग-अलग हैं भाषाएँ , पोशाके खानपान।। 'कहीं हैं नदियों की कल कल, कहीं रेत ही रेत। कहीं हैं ऊँचे - ऊँचे पर्वत, कहीं... 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