DrLakshman Jha Parimal Tag: मुक्तक 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DrLakshman Jha Parimal 19 Oct 2021 · 1 min read " सबको करीब से जाने " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================= बात कोई अजीब सी नहीं है और ना कोई नयी नहीं, पर बातें गंभीर है ! डिजिटल मित्रता के चोलों को हमें उतार फेंकना... Hindi · मुक्तक 316 Share DrLakshman Jha Parimal 9 Oct 2021 · 1 min read “ जरा संभल जाओ “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ================ वो जमाना ही ना रहा जब लोग एक दूसरे को सुनते थे ! प्यार से प्यार की भी बातें होती थी ! अच्छी... Hindi · मुक्तक 1 4 354 Share DrLakshman Jha Parimal 7 Oct 2021 · 1 min read “ मन की बात “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ============ लिखना चाहूँ अपनी बातें , कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह भी डालें सबको , कोई भी नहीं समझता है !!... Hindi · मुक्तक 1 4 324 Share DrLakshman Jha Parimal 1 Oct 2021 · 1 min read " प्यार का उपहार लो " डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ” ================ आप स्वतंत्र हैं अपने विचारों को रखने में ! आप अपने प्रतिभाओं को न जकड़ें बेडियों में !! पर हमें यह ज्ञान हो, मृदुलता की... Hindi · मुक्तक 295 Share DrLakshman Jha Parimal 29 Sep 2021 · 2 min read " निर्भीक राष्ट्र " डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ” ============= जब हम नन्हें बालक हुआ करते थे तो हम.अपने बुजुर्गों की तीखी नजरों के सामने रहा करते थे. उनकी पेनी निगाहें हमारी छोटी -छोटी गलतिओं... Hindi · मुक्तक 1 406 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Sep 2021 · 1 min read "रिश्ते की डोर " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” ============== नयी मित्रता की ओर बढ़ रहे हैं फेस बुक के पन्नों में नये दोस्त ढूंड रहे हैं ! प्रकृति का नियम ही है... Hindi · मुक्तक 1 285 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Sep 2021 · 1 min read "सौगात " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” ============== मंत्र मृदुलता का हम दुहराते नहीं झूठे आवरण को हम ओढ़े फिरते हैं आशा करते हैं हमें सब आदर दें सम्मान दें मेरी... Hindi · मुक्तक 1 308 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Sep 2021 · 1 min read "स्वर्णिम युग आया हम लोगों का " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ====================== बड़ा ही घमंड हो गया था पांच सौ और एक हजार के नोटों को बहुत इतराते थे जहाँ देखो पार्टिओं में ,उपहारों में ,... Hindi · मुक्तक 1 283 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Sep 2021 · 1 min read " हमारे लोग ...हमारी जमीन " डॉ लक्ष्मण झा"परिमल " =============== हम बड़ी -बड़ी बातें करते हैं , अपने विचारों , लेखों को , लिखकर , किताबों की शक्ल में उसे ढाल देते हैं ! दुनियां... Hindi · मुक्तक 1 269 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Sep 2021 · 1 min read "ढोल " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============== आहाँ सब जे लिखैत छी , अपना ला लिखैत छी ! पढ़ैत छी बाबू अपना ला , धरि नीक आहाँ करैत छी !! उपराग... Hindi · मुक्तक 259 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Sep 2021 · 1 min read " पुरनका विवाह " { व्यंग } डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =========== हमर व्याह कहिया भेल माथ कुदिअबैत रहलहूँ स्मरण नहि भेल ! घरवाली सं पुछलियनि त कहलनि - "सभा सं भेल छल मास त आषाढ... Hindi · मुक्तक 348 Share DrLakshman Jha Parimal 13 Sep 2021 · 1 min read “ कवि की कविता “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ =============== कुछ दिनों से मेरी कविता मुझसे रूठ गई कानों में मीठे बोल बोले अपनी उंगलियों से उनके बालों को सहलाया और उन्हें गुदगुदाया... Hindi · मुक्तक 561 Share DrLakshman Jha Parimal 13 Sep 2021 · 1 min read " अपना धुन अपनी मंजिल " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== हमें नहीं आता कुछ छुपाना ह्रदय के तंत्र को झकझोर एक नयी रौशनी को जन्म देता हूँ ! यदा -कदा कल्पना के तार... Hindi · मुक्तक 1 320 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Sep 2021 · 1 min read “ इतिहास “ डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================ परिसीमन ,अधिग्रहण नाम का परिवर्तन से इतिहास नहीं बदले जाते हैं ! भेद – भाव वैमनष्यता असहिष्णुता ,अकर्मण्यता अपंगता ,असंतुलन से मानवता बदल जाते... Hindi · मुक्तक 1 350 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Sep 2021 · 1 min read " क्षितिज " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============== सब दिन सोचता हूँ अपने परिंदे को खुले आकाश में छोड़ दूँ और उड़ने दूँ पंख फैलाये ! अपनी कल्पनाओं को साकार कर... Hindi · मुक्तक 1 321 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Sep 2021 · 1 min read “ करवाँ “ डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” =============== बहुत देर रुक गए , कमर कस के रणक्षेत्र में उतर जाएंगे ! अपने अधिकारों को पाना भला कौन रोक सकता है ?... Hindi · मुक्तक 1 442 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 1 min read " अकाट्य सत्य से साक्षात्कार " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================ हम बड़ी -बड़ी बातें करते हैं , अपने विचारों , लेखों को , लिखकर , किताबों की शक्ल में उसे ढाल देते हैं !... Hindi · मुक्तक 1 896 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 1 min read "व्यवहारिकता" डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ----------------------- नाचि लिअ अपने ताले, अहंकारक पर्वत पर बैस जाऊ, लोग कें चिनह मे आनाकानी करैत रहू , समाजक कर्त्तव्य सं कात- कात आहां रहू... Hindi · मुक्तक 1 296 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 1 min read "असहिष्णुता " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============= कहाँ है असहिष्णुता किसे है तकलीफ इन शब्दों से ? हम मर्यादाओं में ही तो सिमटे हुए हैं ! मर्यादा में ही रहकर... Hindi · मुक्तक 1 432 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 1 min read " घरक शोभा ..हमर आँगन " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ==================== शहर बनि गेल अट्टालिका मे हम रहऽ लगलहूँ घरक शोभा 'आँगन ' लुप्त भऽ गेल पावनि तिहार चोडचन पूजा सब शयनकक्ष मे सनिहा गेल... Hindi · मुक्तक 278 Share DrLakshman Jha Parimal 1 Sep 2021 · 1 min read " अपना धुन अपनी मंजिल " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== हमें नहीं आता कुछ छुपाना ह्रदय के तंत्र को झकझोर एक नयी रौशनी को जन्म देता हूँ ! यदा -कदा कल्पना के तार... Hindi · मुक्तक 258 Share DrLakshman Jha Parimal 30 Aug 2021 · 1 min read " रिश्ते की डोर " डॉ लक्ष्मण झा" परिमल " ============== नयी मित्रता की ओर बढ़ रहे हैं फ़ेसबुक के पन्नों में नये दोस्त ढूंढ़ रहे हैं ! प्रकृति का नियम ही है बदलना और... Hindi · मुक्तक 382 Share DrLakshman Jha Parimal 30 Aug 2021 · 1 min read " गीत कैसे लिखूं " डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ================= गीत कैसे लिखूं , वैसे तो मुझे जरुरत नहीं किसी की , ना भाषा की , ना अलंकार की , मैं नहीं चाहता... Hindi · मुक्तक 462 Share DrLakshman Jha Parimal 30 Aug 2021 · 1 min read " हमारी शिष्ट कलम " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== कभी -कभी हम राहों से , भटकने लगते हैं ! बोलते हैं कुछ और लिखने , कुछ और लगते लगते हैं !! बातें... Hindi · मुक्तक 276 Share DrLakshman Jha Parimal 24 Aug 2021 · 1 min read “ क्षितिज को अपना घर बनाएंगे “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ =============== कल्पना नहीं हकीकत में हमें पंख लग चुके हैं , चलो ज़मीं से दूर चलो जहाँ ना बंदिशें कोई नहीं है धर्मं का... Hindi · मुक्तक 1 1 465 Share DrLakshman Jha Parimal 15 Aug 2021 · 1 min read " विचित्र परिपाटी " डॉ लक्ष्मण झा" परिमल " ============= फेसबुक के माध्यम से हम लाखों से जुड़ जाते हैं , अपने विचारों , अपनी भावनाओं को लोगों तक पहुँचाते हैं !! हमें यह... Hindi · मुक्तक 1 594 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Aug 2021 · 2 min read “ जन -गण नायक “ डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ===================== बहुत कुछ लिखना चाहता हूँ पर कोई पढ़ता ही नहीं कुछ कहना चाहता हूँ पर कोई सुनता ही नहीं !! आँखें धुँधली सी... Hindi · मुक्तक 2 543 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Aug 2021 · 1 min read " व्हाट्सएप की वितृष्णा " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== व्हाट्सएप के ..रंगमंचों में , एक परम्परा ..बन गयी है ! दूसरे के पोस्टों ..को पोस्ट, करने में घमासान मच गई है !... Hindi · मुक्तक 2 3 533 Share DrLakshman Jha Parimal 8 Aug 2021 · 1 min read "प्रचलन 'लाइक' का " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============= फुर्सत नहीं है आज हमको दिल के उदगारों को उकेरने का हमें तो 'लाइक' का मंत्र आ गया है ! हो कोई दुःख... Hindi · मुक्तक 3 1 443 Share DrLakshman Jha Parimal 8 Aug 2021 · 1 min read " दृष्टिकोण " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============== हम अपने विचारों को रखते हैं , अपनी कल्पनायों के तार बुनते हैं !! सत्य को दरसाके धरा पर उतारते हैं ! सत्य... Hindi · मुक्तक 1 433 Share Page 1 Next