DR. Kaushal Kishor Shrivastava Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR. Kaushal Kishor Shrivastava 29 Jul 2023 · 1 min read फटी बनियान नई कमीज तो कुछ वद जुबानी करती है। फटी बनियान हकीकत बयानी करती है। जिन्दगी रोज मारती है शक्श को लेकिन। मौत एकदम ही आके मेहरबानी करती है तुम्हारे शोर... Hindi · कविता · ग़ज़ल 3 1 292 Share DR. Kaushal Kishor Shrivastava 30 Jun 2023 · 1 min read वर्षा का भेदभाव वर्षा का भेदभाव वर्षा में थे जो घर वाले किये धार ने कई बेघर, कभी गिरी है खूब झमाझम कभी गिरी है टिपर-टिपर ।। घर में फिर भी टपके रह... Hindi · कविता 1 487 Share