Kalpana Gavli 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kalpana Gavli 16 Aug 2020 · 1 min read मां तुझे सलाम तेरी रक्षा के खातिर न सीमा पर तैनात हुआ, फिर भी फिक्र हर बार रहती है, सीमा से बढ़कर तेरी रक्षा की जरूरत है। पानी को खत्म कर देगा, पेड़ों... Hindi · कविता 6 7 586 Share Kalpana Gavli 28 Feb 2019 · 1 min read एहसास मैं जिंदा हूँ शब्दों के भीतर यह एहसास हो रहा है खुद को, न जाने कितने तूफ़ान मचे हैं दिल के नाजुक कोने में मेरे, हमेशा मेरी कलम संभाल लेती... Hindi · कविता 3 3 675 Share Kalpana Gavli 2 Dec 2018 · 1 min read फिर संभल जाउंगी जिंदगी को जितना समझने की कोशिश की है, उतनी ही ज्यादा, उलझनों से भर जाती है | जिंदगी को हर बार जीतने के लिए दांव लगाती हूँ, वह समंदर की... Hindi · कविता 2 2 349 Share Kalpana Gavli 20 Nov 2018 · 1 min read माँ कड़ी धूप में, जाड़े में, बारीश में, कभी रुकती नहीं, माँ की इबादत, है धरती –सी तू, सारे जहाँ का बोझ उठाती हुई, संवेदनाओं में बहती-सी, रसातल करती अपनों को,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 82 758 Share