TAMANNA BILASPURI Language: Hindi 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid TAMANNA BILASPURI 14 Nov 2024 · 1 min read ए आई पहले कंप्यूटर , फिर नेट, और रोबोट, अब नए अवतार में है "ए आई"। इनकी आधुनिकता हर क्षेत्र में, सभी को रास आई।। पर डर है कि आदमी और आदमियत... Hindi 16 Share TAMANNA BILASPURI 31 Oct 2024 · 1 min read एक दिया.. एक दिया, उजाले को तरसती उस देहरी पर जलाइए । फिर, खूब दीवाली मनाइए ।। एक फूलझड़ी , अधजले फटाके ढ़ूंढ़ते , उन बच्चों को दिलाइए । फिर, खूब फटाके... Hindi 24 Share TAMANNA BILASPURI 12 Oct 2024 · 1 min read ज्वालामुखी बुझता नहीं .... ज्वालामुखी बुझता नहीं हैं, केवल थूक देने से । रावण मरता कहाँ हैं, केवल पुतला फूंक देने से ।। Hindi 16 Share TAMANNA BILASPURI 12 Oct 2024 · 1 min read नहीं मरा है.... काम, क्रोध, मद, लोभ, अहंकार, तृष्णा, भोग, खटविकार, शोषण, अत्याचार, जब तक मन में , ये दस हरा है । रावण कहीं न कहीं, किसी न किसी रूप में जिंदा... Hindi 18 Share TAMANNA BILASPURI 12 Oct 2024 · 1 min read अपने भीतर का रावण... सत्य- अहिंसा स्थापन में, हर प्रयास हो पावन ।। करनी तेरी कर्मठ हो, मंशा तेरी मनभावन । फिर तुम्हीं बताओ कब मारोगे, अपने भीतर का रावण ।।। Hindi 19 Share TAMANNA BILASPURI 2 Oct 2024 · 1 min read कितना अच्छा होता... कितना अच्छा होता, कि मानवता की संस्कृति से सगाई होती । सभ्यता की शहनाई बजती, और तमन्ना की बधाई होती ।। हर शक्स के चेहरे पर होता, स्वाभिमान का शबाब... Hindi 1 36 Share TAMANNA BILASPURI 1 Oct 2024 · 1 min read उस दिल का दराज जला दिया.. तुमने मेरी सुबह जला दी, शाम काअंदाज जला दिया । कल तो जलाया ही था, मगर आज जला दिया ।। तुम्हारी यादों को संजोकर रखता रहा जहाँ, कमबख्त तुमने उस... Hindi 27 Share TAMANNA BILASPURI 25 Sep 2024 · 1 min read कुछ तो मजबूरी रही होगी... कुछ तो मजबूरी रही होगी, कोई प्रतिबंध रहा होगा । कैद बुलबुल के निकलने का ,हर रास्ता बंद रहा होगा ।। यूं ही न कातिल , हुई होंगी वो हवाएं।... Hindi 23 Share TAMANNA BILASPURI 21 Sep 2024 · 1 min read आप कितने अपने हैं.... आप कितने अपने हैं और कितने पराए हैं। ये न बताइये, हमने खुद आजमाए हैं।। तुमने कितना दुःख-दर्द हमसे बांटा है। हमने मांगी महफिल, तुमने दिया सन्नाटा है।। अपने प्रगाढ़... Hindi 57 Share TAMANNA BILASPURI 9 Sep 2024 · 1 min read लबों पे टूटे हुए छंद... आंखों में आंसू हों , लबों पे टूटे हुए छंद। कैसे मुस्काएं भला , होठों पे हो पैबंद ।। मौसम में मादकता न, कहीं सावनी बयार । शामवती पवनों की,... Hindi 27 Share TAMANNA BILASPURI 5 Sep 2024 · 1 min read गुरूजी गौरव का है नाम... गुरूजी गौरव का है नाम... गुरूजी गौरव का है नाम । गुरूदेव हैं पूज्य हमारे, स्कूल अपना धाम ।। गुरूजी गौरव का है नाम... हर बालक में राष्ट्र प्रेम की,... Hindi 58 Share TAMANNA BILASPURI 27 Aug 2024 · 1 min read प्रिय, बीत गये मधुमास.... प्रिय, बीत गये मधुमास.... सावन आए, बरसे बरस गए, व्याकुल नैना, दरस को तरस गए , तन भीगे, भन भीगे, फिर भी भीगी न मन की प्यास... प्रिय, बीत गये... Hindi 35 Share TAMANNA BILASPURI 25 Aug 2024 · 1 min read भारत के भाल पर , दमकती बिंदी -हमारी हिंदी भारत के भाल पर , दमकती बिंदी । हमारी संस्कृति, हमारा साहित्य, हमारी शान, हमारी हिंदी ।। अभिव्यक्ति की वेणी में गुंथी, मोंगरे के गुच्छों सी हिंदी । धूल-धुसरित खेलते... Hindi 23 Share TAMANNA BILASPURI 25 Aug 2024 · 1 min read ऐसा सुन्दर देश हमारा.... ऐसा सुन्दर देश हमारा, है लाखों में एक । भारत के आंगन सोने की चिड़िया, कैसे चहके देख ।। ये भारत मेरा सोने का है देश......... 1. कण-कण में सभ्यता... Hindi 28 Share TAMANNA BILASPURI 25 Aug 2024 · 1 min read ये तो कहो... *गिर पड़े पहाड़ से, बच जाओगे हर हाल में । कुचल गए गाड़ी से ,ठीेक हो जाओगे कुछ साल में ।। ये तो कहो गिर गए जो ,कहीं मेरी नजरों... Hindi 31 Share TAMANNA BILASPURI 24 Aug 2024 · 1 min read मिलकर सृजन के गीत गाएं... गांव गलियां मुस्कुराएं, पनघटें पायल झनकाएँ । खेत बोलें चल हवा, मिलकर सृजन के गीत गाएं ।। Hindi 26 Share TAMANNA BILASPURI 24 Aug 2024 · 1 min read बुरा तो वही , जिसकी नियत बुरी है... न दिल बुरा है, न चाहत बुरी है । बुरा तो वही है, जिसकी नियत बुरी है ।। Hindi 26 Share TAMANNA BILASPURI 24 Aug 2024 · 1 min read ये ध्वज को नहीं झुकने दूंगा... चाहे रोऊँ चाहे गांऊ, चाहे कुछ भी हो जाऊं । चाहे देश की खातिर, क्यूँ न फांसी पर चढ़ जाऊं ।। ये ध्वज को नहीं झुकने दूंगा ... ये गर्व... Hindi 35 Share TAMANNA BILASPURI 24 Aug 2024 · 1 min read चाट चुके सभ्यताएं... चाट चुके सभ्यताएँ.... चाट चुके सभ्यताएँ, पी डाला संस्कारों का खून । आँखें खुली, भरम टूटा, तब थमा जूनून ।। और जब कुछ न बचा , पश्याताप करने के लिए... Hindi 66 Share