Divakriti Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Divakriti 9 Nov 2024 · 1 min read "मज़ाक" यह सब सुनकर वह घंटों तक रोती है और तुम कहते हो बातें यह रोज़ रोज़ की होती हैं? तुम्हारा मज़ाक वह उनके लिए श्राप सा होता है , अरे... Hindi · कविता 2 232 Share Divakriti 29 Oct 2024 · 1 min read जीवन के पहलू नदियों में, खूब बाढ़ भी आती है लेकिन वह दरिया फिर, शांत भी तो हो जाती है । आस्मान में आँधी तूफान भी आता है लेकिन फिर मौसम वह शांत... Hindi · कविता · जीवन 2 260 Share